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Patna News: बाढ़ और सुखाड़ को लेकर CM नीतीश की हाई लेवल मीटिंग, सभी तैयारी पूरा करने के दिए निर्देश

पटना में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदा से पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की. बैठक में सभी संबंधित विभाग के मंत्री और अधिकारी शामिल हुए. बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ और सुखा से निपटने को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए.

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Published : Apr 19, 2023, 5:57 PM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने 1 अणे मार्ग स्थित 'लोक संवाद' में संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने बताया कि अप्रैल-मई महीने में देश के अधिकांश हिस्सों, जिसमें बिहार राज्य भी शामिल है, जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर से अधिक रहने की संभावना है. वहीं, इस दौरान लू चलने की संभावना बताई गई है.

ये भी पढ़ें- सासाराम में CM नीतीश की समीक्षा बैठक, शाहाबाद क्षेत्र के प्रभारी मंत्री सहित DM-SP भी हुए शामिल

सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक: बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया गया कि मॉनसून में इस वर्ष औसत वर्षा 96 प्रतिशत होने और बिहार प्रदेश में 952 मिली लीटर बारिश होने का पूर्वानुमान है. इस पर सीएम ने कहा कि बाढ़ से सुरक्षा के लिए सभी कटाव निरोधक कार्य जो बचे हुए हैं और बाढ़ से सुरक्षा के लिए होने वाले काम को मॉनसुन से पहले निपटा लें. उन्होंने कहा कि नदियों में जमने वाले गाद की उड़ाही और शिल्ट को हटाने का कार्य तेजी से करें. ये काम होने से बाढ़ का खतरा मक होगा और नदियों की जल भंडारण क्षमता भी बढ़ेगी. साथ ही सिचाई में भी इससे सहायता मिलेगी. सीएम ने जिला अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर जानकारी लेने और तैयारियों को पूर्ण करने का निर्देश दिया.

अधिकारियों को दिए कई निर्देश: सूखाड़ और बाढ़ को लेकर हाई लेवल बैठक में मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाय. आपदा प्रबंधन विभाग इसका अनुश्रवण करते रहे कि और क्या किया जा सकता है. जिससे लोगों को कोई परेशानी नहीं हो. हर चीज पर नजर रखनी है और सतर्क रहना है. सभी लोग मुस्तैदी के साथ लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को सहायता और राहत मिलेगी. हर घर नल का जल से लोगों को साफ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है, इसे भी मेंटेन रखें.

तिव्र गति से करें काम: नदियों के गाद की उड़ाही और शिल्ट हटाने को लेकर तिव्र गति से काम करें. इससे बाढ़ का खतरा कम होगा और नदियों की जल भंडारण क्षमता बढ़ेगी, इससे सिंचाई में भी काफी सुविधा होगी. जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से जल संरक्षण कार्य की सतत् निगरानी करें. वृक्षारोपण के कार्य को और बढ़ाया जाय. नगर निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को नगर विकास एवं आवास विभाग प्रशिक्षण करा दें. ताकि, उन्हें सभी जिम्मेवारी की जानकारी हो और बेहतर समन्वय स्थापित हो सके.

आपदा को लेकर सभी तैयारी रखें पूरा: मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें. क्षेत्रों में जाकर वस्तु स्थिति की जानकारी लें. उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण रखें. राज्य सरकार बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में सभी प्रभावितों को हरसंभव मदद करती है, इसको ध्यान में रखते हुये संबद्ध विभाग और उनके अधिकारी सतर्क रहें. बैठक में आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों से संबंधित मुख्य बातों की जानकारी दी.

बैठक में शामिल हुए राज्य भर के पदाधिकारी: बैठक में कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. बी राजेन्दर, पीएचइडी के प्रधान सचिव संजीव हंस, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूनीश चावला, लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव रवि मनु भाई परमार, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने अपने विभागों की ओर से संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं से निपटने को लेकर की गई तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी. बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ संबंधित विभाग के सभी मंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी और आला अधिकारियों के साथ सभी जिलों के डीएम एसपी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने 1 अणे मार्ग स्थित 'लोक संवाद' में संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने बताया कि अप्रैल-मई महीने में देश के अधिकांश हिस्सों, जिसमें बिहार राज्य भी शामिल है, जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर से अधिक रहने की संभावना है. वहीं, इस दौरान लू चलने की संभावना बताई गई है.

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सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक: बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया गया कि मॉनसून में इस वर्ष औसत वर्षा 96 प्रतिशत होने और बिहार प्रदेश में 952 मिली लीटर बारिश होने का पूर्वानुमान है. इस पर सीएम ने कहा कि बाढ़ से सुरक्षा के लिए सभी कटाव निरोधक कार्य जो बचे हुए हैं और बाढ़ से सुरक्षा के लिए होने वाले काम को मॉनसुन से पहले निपटा लें. उन्होंने कहा कि नदियों में जमने वाले गाद की उड़ाही और शिल्ट को हटाने का कार्य तेजी से करें. ये काम होने से बाढ़ का खतरा मक होगा और नदियों की जल भंडारण क्षमता भी बढ़ेगी. साथ ही सिचाई में भी इससे सहायता मिलेगी. सीएम ने जिला अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर जानकारी लेने और तैयारियों को पूर्ण करने का निर्देश दिया.

अधिकारियों को दिए कई निर्देश: सूखाड़ और बाढ़ को लेकर हाई लेवल बैठक में मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाय. आपदा प्रबंधन विभाग इसका अनुश्रवण करते रहे कि और क्या किया जा सकता है. जिससे लोगों को कोई परेशानी नहीं हो. हर चीज पर नजर रखनी है और सतर्क रहना है. सभी लोग मुस्तैदी के साथ लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को सहायता और राहत मिलेगी. हर घर नल का जल से लोगों को साफ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है, इसे भी मेंटेन रखें.

तिव्र गति से करें काम: नदियों के गाद की उड़ाही और शिल्ट हटाने को लेकर तिव्र गति से काम करें. इससे बाढ़ का खतरा कम होगा और नदियों की जल भंडारण क्षमता बढ़ेगी, इससे सिंचाई में भी काफी सुविधा होगी. जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से जल संरक्षण कार्य की सतत् निगरानी करें. वृक्षारोपण के कार्य को और बढ़ाया जाय. नगर निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को नगर विकास एवं आवास विभाग प्रशिक्षण करा दें. ताकि, उन्हें सभी जिम्मेवारी की जानकारी हो और बेहतर समन्वय स्थापित हो सके.

आपदा को लेकर सभी तैयारी रखें पूरा: मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें. क्षेत्रों में जाकर वस्तु स्थिति की जानकारी लें. उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण रखें. राज्य सरकार बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में सभी प्रभावितों को हरसंभव मदद करती है, इसको ध्यान में रखते हुये संबद्ध विभाग और उनके अधिकारी सतर्क रहें. बैठक में आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों से संबंधित मुख्य बातों की जानकारी दी.

बैठक में शामिल हुए राज्य भर के पदाधिकारी: बैठक में कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. बी राजेन्दर, पीएचइडी के प्रधान सचिव संजीव हंस, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूनीश चावला, लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव रवि मनु भाई परमार, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने अपने विभागों की ओर से संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं से निपटने को लेकर की गई तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी. बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ संबंधित विभाग के सभी मंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी और आला अधिकारियों के साथ सभी जिलों के डीएम एसपी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे.

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