पटनाः गलत खानपान और व्यायाम न करने से अब बड़ी उम्र वालों के साथ-साथ में युवा में भी उच्च रक्तचाप यानी की हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत देखने को मिल रही है. युवाओं में हृदय रोग के मामले बढ़ रहे हैं. विश्व उच्च रक्तचाप दिवस की पूर्व संध्या पर राजधानी पटना में प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट चिकित्सकों ने बताया कि उच्च रक्तचाप एक साइलेंट किलर (High Blood Pressure Is Silent Killer) है और यह शरीर में मधुमेह, हार्ट फेल्योर और ब्रेन हेमरेज का एक बड़ा कारण है. कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया और बिहार चैप्टर की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में डॉक्टरों ने हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए नियमित फिजिकल एक्सरसाइज और हेल्दी भोजन खाने की सलाह दी.
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'हाई ब्लड प्रेशर शुगर का एक बड़ा कारण': इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के उपनिदेशक और जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर एके झा (Cardiologist Dr AK Jha) ने कहा कि हाई ब्लड प्रेशर शुगर का एक बड़ा कारण है और जिसे शुगर होता है, उसे उच्च रक्तचाप जरूर होता है. उच्च रक्तचाप शरीर में और भी कई सारी बीमारियों का कारण है. इसीलिए इसे साइलेंट किलर कहा जाता है और यह बीमारी व्यक्ति के उम्र को कम करती है. ऐसे में दुनिया के 170 से अधिक देशों द्वारा उच्च रक्तचाप के प्रति अवेयरनेस को लेकर के 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है. इस दिन लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जाता है.
'आज के समय में भारत में हाई ब्लड प्रेशर के मामले काफी बढ़ रहे हैं और इसकी एक अहम वजह है अनियमित जीवन शैली. उच्च रक्तचाप से बचने के लिए जरूरी है कि संतुलित और लो कोलेस्ट्रोल वाले भोजन करें, थोड़े समय नियमित एक्सरसाइज करें. 10 मिनट तेज झटके से चले और कुछ समय योगा और मेडिटेशन करें, नींद पूरी करें, खाने में चीनी और नमक का कम प्रयोग करें. ऐसा करते हैं तो निश्चित तौर पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा'- डॉक्टर एके झा, कार्डियोलॉजिस्ट
व्यायाम और मेडिटेशन भी है जरूरीः डॉ एके झा ने कहा कि आज के समय में लोगों का स्क्रीन टाइम अधिक हो गया है और अधिक स्क्रीन टाइम लोगों को तनाव में भी डाल रहा है. लोग बेड पर जा रहे हैं तो घंटों मोबाइल चला रहे हैं और रात 1:00 बजे या 2:00 बजे सो रहे हैं और सुबह उठने में उन्हें 8:00 और 9:00 बज जा रहे हैं. यह रूटीन गलत है, क्योंकि उठते ही काम के लिए भागा दौड़ी मच जाती है और व्यायाम और मेडिटेशन के लिए समय नहीं मिल पाता. इसके अलावा लोग लाउड म्यूजिक सुनते हैं, जो सीधे तौर पर ब्लड प्रेशर और हार्ट को इफेक्ट करती है. उन्होंने कहा कि ब्लड प्रेशर शुरू से एक हार्ट की बीमारी मानी जाती रही है. क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर हॉर्ट में ब्लॉकेज ला देता है. इसके अलावा मोटापा भी हाई ब्लड प्रेशर का एक बड़ा कारण है.
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'युवा हाई ब्लड प्रेशर के शिकार ना बनें, इसके लिए जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों के वेट पर ध्यान दें. खुद को मोटापे का शिकार नहीं बनने दें और अगर एक बार ब्लड प्रेशर हो जाता है या फिर नहीं भी है और आप व्यस्क हो गए हैं तो साल में एक या दो बार जरूर ब्लड प्रेशर का चेकअप कराएं. एक बार ब्लड प्रेशर के शिकार हो जाते हैं तो बिना चिकित्सीय परामर्श के दवा का पावर कम नहीं करें ना ही दवाई खाना छोड़ें'- डॉक्टर एके झा, कार्डियोलॉजिस्ट
हेल्दी भोजन के सेवन पर विशेष बलः विश्व हाई ब्लड प्रेशर की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस वार्ता में कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया बिहार चैप्टर के प्रेसिडेंट डॉक्टर बीपी सिंह, इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के उपनिदेशक और प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर एके झा, समेत कई कार्डियक रोग विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहे. सभी ने हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए नियमित दिनचर्या फिजिकल एक्सरसाइज और हेल्दी भोजन के सेवन पर विशेष बल दिया.
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