बिहार सरकार की कोरोना हेल्पलाइन नंबर पर ऐसे होती है सहायता - कोरोना हेल्पलाइन नंबर
लॉकडाउन के दौरान चेन्नई में फंसे राज्य के एक युवक ने राजधानी दिल्ली के बिहार भवन स्थित बिहार सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और युवक ने फोन पर बताया कि तमिलनाडु में बिहार के लोग काफी मुसीबत में फंसे हुए हैं. जिसके बाद उसे सरकार द्वारा कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई.
पटना: कोरोना वायरस पूरे विश्व मे तेजी से अपना पाव पसार रहा है. देश में भी काफी तेजी से इसकी संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लोगों की हर संभव मदद करने का प्रयास जारी है. इसी क्रम में बिहार सरकार ने महामारी के दौरान परेशान लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया. वहीं, सोमवार को राज्य के चेन्नई में फंसे एक युवक ने हेल्पलाइन पर मदद न मिलने की बात कही है.
दरअसल, मामला लॉकडाउन के दौरान चेन्नई में फंसे राज्य के एक युवक ने राजधानी दिल्ली के बिहार भवन स्थित बिहार सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और युवक ने फोन पर बताया कि तमिलनाडु में बिहार के लोग काफी मुसीबत में फंसे हुए हैं. जिसके बाद उसे सरकार द्वारा कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई. जिसके बाद युवक ने सारा मामला ईटीवी भारत संवाददाता से साझा कर मदद की गुहार लगाई है.
'हम कुछ नहीं कर सकते'
पीड़ित युवक ने बताया कि हमने हेल्पलाइन नंबर की ओर से उपलब्ध कराये गए नंबर पर कॉल किया था. फोन ऑपरेटर को हिंदी नहीं समझ आ रही है. जिस कारण बात करने में काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद हम लोगों को बिहार हेल्पलाइन नंबर पर बताया गया कि हम कुछ नहीं कर सकते. आप लोगों का जो भी मदद हो सकता है. वहीं से मिलेगा. हम सिर्फ आपको सहायता नंबर दे सकते हैं.
'वहां जाने की क्या थी जरूरत'
साथ ही युवक ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर अभद्रता से बात की गई. हेल्पलाइन में जिन्होंने फोन उठाया उन्होंने काफी सख्ती से बात की. उन्होंने कहा कि जब तमिल नहीं आती तो वहां जाने की क्या जरूरत थी. हम कुछ भी नहीं कर सकते. गौरतलब है कि ऐसे में बिहार के लोग जहां फंसे हैं, सरकार उनके लिए हर संभव प्रयास कर रही है. जैसे तमाम वादें कहीं ना कहीं खोखले दिखाई दे रहे हैं.