पटना: बिहार में इन दिनों दक्षिण पश्चिम मानसून काफी सक्रिय है. लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के सभी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. नदी से सटे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. मौसम विभाग की माने तो 14 अगस्त तक प्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने का पूर्वानुमान है और मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को प्रदेश के 9 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है.
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कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी: मौसम विभाग ने इन 9 जिलों में चार जिले में भारी बारिश लेकर के अलर्ट जारी किया है. जिसमें पटना, जहानाबाद, गया और औरंगाबाद शामिल है. जबकि शेष पांच जिले पश्चिम चंपारण, किशनगंज, कैमूर, बक्सर और रोहतास में अति भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट है.
वज्रपात की भी संभावना: मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो वर्तमान में मानसून ट्रफ रेखा अमृतसर, चंडीगढ़, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, मालदा होते हुए मिजोरम की ओर प्रभावी है. इसके प्रभाव से 14 अगस्त तक प्रदेश में मानसून की गतिविधियां बनी रहेगी. इस दौरान प्रदेश के उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य भागों के जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश के समय मेघ गर्जन और वज्रपात की भी गतिविधि देखने को मिल सकती है.
बांका में दर्ज हुआ सर्वाधिक बारिश: बीते 24 घंटे में चंपारण में 262 मिलीमीटर, जबकि गोपालगंज में 160 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश में मानसून की सक्रियता के कारण लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है और प्रदेश का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम बना हुआ है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में बांका में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस जबकि राजधानी पटना में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
धान रोपनी में हुई वृद्धि: पिछले चार दिनों में पटना जिले में हुई झमाझम बारिश से धान की रोपनी में काफी तेजी आई है. अब पटना में लगभग 80 प्रतिशत धान के बिचड़े की रोपनी हो चुकी है. कृषि विभाग के अनुसार 15 से 20 अगस्त तक रोपनी का कार्य पूरी तरीके से हो जाएगा. इसके साथ ही लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के भूजल के स्तर में भी सुधार हुआ है.
बारिश से गंगा के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी: लगातार हो रही बारिश से गंगा नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है और पटना के हाथीदह में गंगा नदी खतरे के लाल निशान को पार कर गई है. हाथीदह में गुरुवार की दोपहर 2 बजे गंगा का जलस्तर 41.77 मीटर पर पहुंच गया. जबकि, यहां खतरे का निशान 41.76 मीटर है.
गाधी घाट में खतरे के निशान पर पहुंचा जलस्तर: पटना के गांधी घाट की बात करें तो यहां भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है. यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है. जबकि, जलस्तर 48.57 मीटर पर पहुंच गया है. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से पटना जिले के निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. पटना जिले के पालीगंज को छोड़ शेष पांच अनुमंडल की 108 पंचायत बाढ़ ग्रस्त हो गई हैं.