पटना: जिले में कोरोना वैक्सीन के वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है. एक ओर जहां लगातार फर्स्ट फेज के वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के नाम की लाइन लिस्टिंग की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ कोरोना वैक्सीन को सेफ रखने और वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग भी देनी शुरू कर दी गई है.
जिला स्वास्थ समिति को शत प्रतिशत मिला नाम
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि मंगलवार तक जिले में अब तक कोरोना वैक्सीन के वैक्सीनेशन के लिए 2,8014 स्वास्थ्य कर्मियों के नाम की लाइन लिस्टिंग की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए नामों की सूची जिले के 73 पब्लिक सेक्टर के स्वास्थ्य संस्थाओं के कर्मियों की नाम मांगी गई थी. यह शत-प्रतिशत नाम जिला स्वास्थ समिति को मिल चुका है.
विभाग से भेजा गया था लेटर
पब्लिक सेक्टर के कुल 1747 स्वास्थ्य कर्मियों का नाम जिला स्वास्थ समिति को मिला है. इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर के 875 स्वास्थ्य संस्थानों को अपने कर्मियों का नाम भेजने का विभाग से लेटर भेजा गया था. जिसमें से लगभग 99% यानी कि 865 स्वास्थ्य केंद्रों से स्वास्थ्य कर्मियों का नाम सामने आ चुका है. इनकी कुल संख्या 10,967 है.
पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर से मांगे गए थे नाम
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि बाकी बचे स्वास्थ्य केंद्रों से भी स्वास्थ्य कर्मियों के नाम सामने आ रहे हैं. इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए भी स्वास्थ्य कर्मियों के नाम पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर से मांगे गए थे, जो विभाग को मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि अभी वैक्सीनेटर का चयन नहीं किया गया है और यह जल्द किया जाएगा.
वैक्सीनेशन को लेकर दिया गया प्रशिक्षण
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति से जिला स्वास्थ्य समिति के स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन को लेकर प्रशिक्षण दिया जा चुका है. स्वास्थय कर्मियों को बताया गया है कि वैक्सीन को सेफ कैसे रखना है और अगर किसी में कोई साइड इफेक्ट नजर आ रहा है तो क्या रणनीति अपनानी है. वैक्सीनेशन के सेकंड फेज में जब कोमोरबिड पेशेंट के नाम की लाइन लिस्टिंग की जाएगी तो यह प्रक्रिया कैसे अपनाई जाएगी. इस बात की भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
ब्रिटेन में वायरस के स्ट्रेन को लेकर चर्चा
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि मंगलवार के दिन राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के प्रति ट्रेनिंग दी गई है. यह ट्रेनिंग सुबह 9:00 बजे से दोपहर ढाई बजे तक दी गई है. सिविल सर्जन ने कहा कि ब्रिटेन में जिस प्रकार से वायरस का स्ट्रेन बदला है, यह काफी गंभीर मामला है. मगर पटना जिले में इस प्रकार कोरोना केसेस में कुछ नहीं देखने को मिला है और यहां वायरस की स्थिति पूर्व जैसी ही है.