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मंत्री मंगल पांडे ने चमकी बुखार पर दी सफाई, कहा- 'बच्चों की मौत का आंकड़ा गलत' - 11 died

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मृतक बच्चों में केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. जबकि अन्य 10 की मौत दूसरी बीमारी की वजह से हुई है. मीडिया में जो खबरें चल रही हैं वह गलत है.

मंगल पांडे
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Published : Jun 10, 2019, 8:45 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 11:15 PM IST

पटना: चमकी बुखार के प्रकोप से मुजफ्फरपुर में लगातार बच्चों की मौत हो रही है. इस मामले पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसपर नजर बनाए रखने के लिए कहा है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले पर बयान दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक केवल 11 बच्चे ही इसके शिकार हुए हैं. मीडिया के पास जो आंकड़ें हैं वह कहां से आए हमें नहीं पता.

बिहार स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मृतक बच्चों में केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. जबकि अन्य 10 की मौत दूसरी बीमारी की वजह से हुई है. मंगल पांडे ने कहा कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं उसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है, इसलिए वह गलत है.

मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री का बयान

विभाग ने गठित की है विशेष टीम
मंगल पांडे ने कहा कि,'मैं स्वास्थ्य विभाग के सेमिनार में भाग लेने कनाडा गया था. वहां से जब दिल्ली लौटा तो विभाग को इस खबर पर समीक्षा करने को कहा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए समीक्षा बैठक भी की है. एक विशेष टीम गठित करके मुजफ्फरपुर भेज दिया गया है. बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संज्ञान ले रहा है.'

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
मीडिया में लगभग 36 बच्चों की मौत की खबर चल रही है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 11 मौत हुई है. जिसमें केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. बाकी 10 की मौत हाइपोग्लाइसीमिया से हुई है. इसे चीनी की कमी भी कहा जाता है. विभाग ने बिहार के सभी पीएचसी को निर्देश दिया है कि इमरजेंसी वॉर्ड में दो बेड खाली रखें ताकि कोई इस बीमारी का बच्चा आए तो उसे इलाज के लिए भर्ती कराया जा सके. इस बीमारी से जुड़ी सभी दवाईयां भी अस्पतालों में पहुंचा दी गई हैं.

पटना: चमकी बुखार के प्रकोप से मुजफ्फरपुर में लगातार बच्चों की मौत हो रही है. इस मामले पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसपर नजर बनाए रखने के लिए कहा है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले पर बयान दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक केवल 11 बच्चे ही इसके शिकार हुए हैं. मीडिया के पास जो आंकड़ें हैं वह कहां से आए हमें नहीं पता.

बिहार स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मृतक बच्चों में केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. जबकि अन्य 10 की मौत दूसरी बीमारी की वजह से हुई है. मंगल पांडे ने कहा कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं उसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है, इसलिए वह गलत है.

मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री का बयान

विभाग ने गठित की है विशेष टीम
मंगल पांडे ने कहा कि,'मैं स्वास्थ्य विभाग के सेमिनार में भाग लेने कनाडा गया था. वहां से जब दिल्ली लौटा तो विभाग को इस खबर पर समीक्षा करने को कहा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए समीक्षा बैठक भी की है. एक विशेष टीम गठित करके मुजफ्फरपुर भेज दिया गया है. बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संज्ञान ले रहा है.'

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
मीडिया में लगभग 36 बच्चों की मौत की खबर चल रही है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 11 मौत हुई है. जिसमें केवल एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस के कारण हुई है. बाकी 10 की मौत हाइपोग्लाइसीमिया से हुई है. इसे चीनी की कमी भी कहा जाता है. विभाग ने बिहार के सभी पीएचसी को निर्देश दिया है कि इमरजेंसी वॉर्ड में दो बेड खाली रखें ताकि कोई इस बीमारी का बच्चा आए तो उसे इलाज के लिए भर्ती कराया जा सके. इस बीमारी से जुड़ी सभी दवाईयां भी अस्पतालों में पहुंचा दी गई हैं.

Intro:बच्चों की मौत पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा की दो बच्चों की मौत इंसफ़लटिक्स बीमारी के चलते हुआ है और 10 बच्चों की मौत दूसरे बीमारी के चलते हुआ है लेकिन मीडिया में मौत की खबरें जो चल रही है वह गलत है....


Body:पटना--- मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के प्रकोप से वहां पर लगातार बच्चों की मौत हो रही है जिस मामले पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान भी लिया है और स्वास्थ्य विभाग से इस पर नजर बनाए रखने को कहा है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले पर कहा कि दो बच्चों की मौत इंसफ़लटिक्स के चलते हुआ है और 10 बच्चों की मौत दूसरे बीमारी के चलते हुआ है लेकिन जो मीडिया में खबरें चल रही है वह गलत है इसलिए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मीडिया में जो खबरें चल रही है उसे अधिकारी पुष्टि नहीं माने बल्कि मीडिया सरकार की रिपोर्ट को ही सही माने मंगल पांडे ने कहा की मैं स्वास्थ्य विभाग के सेमिनार में भाग लेने के लिए कनाडा गया हुआ था वहां से जैसे ही हमने दिल्ली पहुंचा तो वहीं से हमने इस मामले पर समीक्षा कि और एक टीम मुजफ्फरपुर में जांच करने के लिए भेज दिया स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने भी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए समीक्षा बैठक भी की है और आज हमने एक टीम को और गठित करके मुजफ्फरपुर के लिए भेज दिया है इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संज्ञान लिए हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि जोई 11 बच्चों की मौत हुई है जिनमें 10 बच्चों की मौत hypoglycemiaहै जिसे चिन्नी की कमी कही जाती है इसलिए स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को लेकर सचेत हैं और बिहार के सभी पीएचसी को निर्देश दिया गया है कि इमरजेंसी वार्ड में दो बेड खाली रखें ताकि कोई इस बीमारी का बच्चा आए तो उसे इलाज के लिए भर्ती कराया जा सके इस बीमारी से जुड़े सभी दवा अस्पतालों में पहुंचा दी गई है।

मंगल पांडे ने भी कहा कि स्वास्थ्य को लेकर विभाग के तरफ से जन जागरण के लिए प्रचार-प्रसार चलाया जा रहा है और मीडिया से भी आग्रह किया है कि वह लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार में सरकार की मदद करें।

इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माना कि प्रचार-प्रसार की कमी के कारण बच्चों की मौत हुई है जिसको मंगल पांडे ने भी कहा कि प्रचार प्रसार स्वास्थ्य विभाग के तरफ से चलाया जा रहा है और मीडिया भी सरकार की मदद करें।


Conclusion:हम आपको बता दें कि इन दिनों बिहार में चमकी बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है जिससे बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है सरकारी आंकड़े की मानें तो अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि अन्य सूत्रों से यह जानकारी के मुताबिक इस बीमारी में मरने वाले बच्चों की संख्या 36 पहुंच गई है इस बीमारी में कुल पीड़ित 75 से अधिक मरीज इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचे हुए हैं।

बाइट-- मंगल पांडे स्वास्थ्य मंत्री बिहार
Last Updated : Jun 10, 2019, 11:15 PM IST
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