पटना: बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है. हम पार्टी ने सरकार से खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए शराबबंदी कानून को वापस लेने की मांग की है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि सरकार शराबबंदी कानून पर एक बार फिर विचार करे.
हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि शराबबंदी कानून से राज्य को राजस्व की क्षति हो रही है. एक ओर जहां शराब के लिए कई राज्यों में लंबी कतारें लग रही हैं. वहीं बिहार में शराबबंदी लागू होने के कारण राज्य की वित्तीय स्थिति डगमगा रही है. ऐसे में हम पार्टी की ओर से सरकार को सुझाव दिया गया है कि राज्य की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए शराबबंदी कानून को सरकार वापस ले.
मुख्यमंत्री को जिद छोड़ देना चाहिए
प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सरकार को नसीहत दी है कि राज्य की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. ऐसे में सरकार शराबबंदी कानून को खत्म करे. तभी राजस्व की प्राप्ति कर वित्तीय स्थिति बेहतर की जा सकती है. प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में शराब नहीं बिकने की वजह से राजस्व की क्षति हो रही है. वैसे भी राज्य के अंदर शराब का काला कारोबार चल रहा है. अगर सरकार शराबबंदी को सही तरीके से लागू नहीं कर पाती है तो कानून को वापस ले लेना चाहिए.