पटना: कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने तंज कसते हुए कहा कि कन्हैया कुमार को कांग्रेस में शामिल कराकर कांग्रेस ने अपने घर में ही आग लगा ली है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ (Congress spokesperson Rajesh Rathod) ने इसे पार्टी हित में लिया गया फैसला बताया है.
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हम प्रवक्ता ने कहा कि बिहार कांग्रेस इससे और ज्यादा कमजोर होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी जब बिहार में कांग्रेस को मजबूत नहीं कर पाए तो कन्हैया कुमार के आने से बिहार कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा.
"बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से खुश है. जनता सीएम के साथ है इसीलिए कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से कहीं से भी कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा."- विजय यादव, हम प्रवक्ता
वहीं सत्ता पक्ष के बयान को दरकिनार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि देश के छात्र नेता कन्हैया कुमार के आने से बिहार कांग्रेस और ज्यादा मजबूत होगी.
"कहीं न कहीं यह बिहार कांग्रेस के लिए एक अच्छा दिन है. बिहार में कन्हैया कुमार के आने से संगठन और ज्यादा मजबूत होगा. छात्र नेता कन्हैया कुमार जिस तरह से केंद्र सरकार पर लगातार हमला करते रहते हैं, जिस तरह से राहुल गांधी और सोनिया गांधी के विचारधारा को मानते हैं, उससे स्पष्ट है कि उनके आने से बिहार कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा होगा."- राजेश राठौड़, कांग्रेस प्रवक्ता
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग कुछ भी कहें लेकिन सच्चाई यही है कि कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल हुए होने से सत्ता पक्ष के लोगों में बौखलाहट की स्थिति बन गई है. अब उन्हें लगने लगा है कि केंद्र और राज्य सरकार का पोल खोलने वाला नेता कांग्रेस में आ गया है.
बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने पर अपनी पहली पीसी में कन्हैया कुमार ने कहा कि देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. कांग्रेस नहीं बची, तो देश नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, 'मुझे महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग, वो सिर्फ लोग नहीं है, वो एक सोच है. देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्स, इतिहास, वर्तमान और भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने कहीं पढ़ा था कि आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजिए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे. तो मैंने चुनाव किया है. लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं क्योंकि अब लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा.'
गौरतलब है कन्हैया सीपीआई के नेशनल एजक्यूटिव काउंसिल के सदस्य थे. 2016 में कन्हैया कुमार का जेएनयू अवतार काफी पॉपुलर हुआ था. राष्ट्रद्रोह कानून के खिलाफ आंदोलन, भड़काऊ भाषण, गिरफ्तारी के बाद कन्हैया वामपंथी राजनीति का नया चेहरा बनकर उभरे थे. जेएनयू से निकलने के बाद कन्हैया कुमार ने सीपीआई जॉइन की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बेगूसराय से बीजेपी के गिरिराज के खिलाफ ताल ठोंकी थी. करीब 22 प्रतिशत वोट हासिल करने के बावजूद वह हार गए थे. बेगूसराय में भूमिहार जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है और कन्हैया कुमार भी भूमिहार हैं.
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