पटना: बिहार में पिछले साल से जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत हुई है. ये मुख्यमंत्री का ड्रीम अभियान बन चुका है. इस लिहाज से आज पेश होने वाले बजट में सरकार जल जीवन हरियाली पर ज्यादा फोकस दे सकती है.
24 फरवरी से विधानमंडल सत्र की शुरुआत हो गयी है, जो 22 दिन चलेगा. आज सुशील मोदी बिहार का बजट पेश करेंगे. बिहार सरकार जल जीवन हरियाली अभियान को मिशन मोड में चला रही है. इस अभियान पर सरकार 25 हजार करोड़ की राशि खर्च करने वाली है. इस साल चुनावी साल भी है, ऐसे में बजट में जल जीवन हरियाली अभियान की छाप भी दिखेगी. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का भी कहना है क्योंकि बड़ा अभियान चल रहा है तो पूरे देश को ग्रीन बजट के रूप में बिहार एक दिशा भी दे सकता है.
बीजेपी ने ग्रीन बजट पर दी अपनी राय
वहीं, बीजेपी भी कह रही है कि सुशील मोदी ने बिहार की आर्थिक स्थिति को ठीक करने में बड़ी भूमिका निभाई है. ऐसे में इस बार ग्रीन बजट की चर्चा तो है, जिसमें जल जीवन हरियाली अभियान के साथ कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्र पर भी फोकस होगा.
डेढ़ दशक में कई गुना बढ़ा बजट का आकार
- बिहार सरकार का बजट आकार जब से नीतीश कुमार सत्ता में आए हैं लगातार हर साल बढ़ता जा रहा है.
- 2018-19 की बात करें, तो योजना और गैर योजना मद में कुल राशि 1 लाख 76 हजार करोड़ से अधिक की थी.
- वहीं 2019- 20 में यह राशि बढ़कर 20 लाख 5 सौ 1 करोड़ से अधिक हो गई.
- इस साल भी इस राशि में काफी इजाफा होने के आसार हैं.
- जब नीतीश कुमार बिहार में 2005 में एनडीए के मुख्यमंत्री बनें, तो उस समय बिहार का बजट कुछ हजार में था.
आज बिहार के बजट आकार कई गुना बढ़ चुका है. इस साल बिहार में चुनाव होना है इसलिए जल जीवन हरियाली अभियान की झलक के साथ लोकलुभावन बजट होने के आसार भी हैं.