पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा नदी, महानंदा और कोसी का जलस्तर लगातार घट रहा है. वहीं, गंगा के जलस्तर (Ganga Water Level) में तेजी से वृद्धि हो रही है. पटना के गांधी घाट में खतरे के निशान से 94 सेंटीमीटर ऊपर है.
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पटना के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर 39 सेंटीमीटर ऊपर है. पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 84 सेंटीमीटर ऊपर है. पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर है. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर ऊपर है.
खगड़िया जिले में कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 102 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा जिले एकमीघाट में अधवरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर नीचे है. मधुबनी जिले में कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से 4 सेंटीमीटर नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 5 सेंटीमीटर ऊपर है.
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बागमती नदी का जलस्तर बेनीबाद में 16 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा जिले के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे है. दरभंगा जिले के कमतौल अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 63 सेंटीमीटर नीचे है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 85 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा में लगातार उफान है और इसके कारण राजधानी पटना के गंगा घाटों पर भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा हुआ है. गंगा नदी का जलस्तर सभी स्थानों पर तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट 50.84 मीटर, गांधी घाट 49.54 मीटर और हाथीदह 42.60 मीटर है.