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CAA के विरोध में गया से शुरू हुई गांधी यात्रा पहुंची पटना, घंटों होती रही नारेबाजी

CAA के विरोध में गया जिले से लेकर पटना के गांधी मैदान तक गांधी यात्रा निकाली गई. इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में युवकों ने भाग लिया.

गांधी यात्रा पहुंची पटना
गांधी यात्रा पहुंची पटना
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Published : Feb 9, 2020, 5:10 PM IST

पटना: प्रदेशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. इसको लेकर नागरिक संघ मोर्चा की ओर से गया के गांधी मैदान से पटना के गांधी मैदान तक गांधी शांति रथ यात्रा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम आयोजन मोर्चा के अध्यक्ष मो. असत्तारुल हक कर रहे थे. वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में उदय नारायण चौधरी मौजूद रहे.

'धर्मनिरपेक्ष देश में सीएए एक काला धब्बा'
मौके पर मोर्चा के अध्यक्ष मो. असत्तारुल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. यहां पर सभी धर्मों का बराबर अधिकार है. इस देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे मुद्दे को छेड़कर देश की अखंडता और आपसी भाईचारा को खत्म करने की साजिश हो रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'तुगलकी फरमान हो वापस'
मो. असत्तारुल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री विकास के नाम पर चुनाव जीते थे. लेकिन वे ज्वलंत मुद्दों को छेड़कर जनता को भ्रम की स्थिति में रखना चाहते हैं. इस कानून को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है. लेकिन केंद्र सरकार लोगों के विरोध के स्वर को दबा रही है. इसलिए गया के गांधी मैदान से पटना के गांधी मैदान तक गांधी यात्रा निकाली गई है.

पटना: प्रदेशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है. इसको लेकर नागरिक संघ मोर्चा की ओर से गया के गांधी मैदान से पटना के गांधी मैदान तक गांधी शांति रथ यात्रा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम आयोजन मोर्चा के अध्यक्ष मो. असत्तारुल हक कर रहे थे. वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में उदय नारायण चौधरी मौजूद रहे.

'धर्मनिरपेक्ष देश में सीएए एक काला धब्बा'
मौके पर मोर्चा के अध्यक्ष मो. असत्तारुल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. यहां पर सभी धर्मों का बराबर अधिकार है. इस देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे मुद्दे को छेड़कर देश की अखंडता और आपसी भाईचारा को खत्म करने की साजिश हो रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'तुगलकी फरमान हो वापस'
मो. असत्तारुल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री विकास के नाम पर चुनाव जीते थे. लेकिन वे ज्वलंत मुद्दों को छेड़कर जनता को भ्रम की स्थिति में रखना चाहते हैं. इस कानून को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है. लेकिन केंद्र सरकार लोगों के विरोध के स्वर को दबा रही है. इसलिए गया के गांधी मैदान से पटना के गांधी मैदान तक गांधी यात्रा निकाली गई है.

Intro:भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहाँ इस देश पर सभी धर्मों का अधिकार है तो फिर एनआरसी एनपीआर,सीएए,कैब जैसी मुद्दा लागू कर देश की अखंडता और आपसी भाईचारा को खत्म करना चाहते है आज पूरा देश एनआरसी का विरोध कर रहे है पूरे देश मे अहिंसा हो रही है कल तक लोग एक दूसरे के सुख दुख में शामिल होते थे आज एक दूसरे को खून के प्यासे हो रहे है आखिर क्यों क्यों देश मे अमन-चैन के दुश्मन बने अगर प्रधानमंत्री अपने तुगलक फरमान आदेश को नही बदलेंगे तो लोग सड़क से सदन तक विरोध करेगी।


Body:स्टोरी:-नागरिक संघ मोर्चा की ओर से गया के गाँधी मैदान से पटना के गाँधी मैदान तक एनआरसी, एनपीआर,सीएए,के विरोध मे गाँधी शांति रथ यानी गाँधी मार्च जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।इस जागरूकता अभियान के मुख्यातिथि उदय नारायण चौधरी रहे वही कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के अध्यक्ष मोहमद असतारूल अहमद ने बताया कि आज जिस तरह से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की संविधान से छेड़छाड़ कर देश की अखंडता और आपसी भाईचारा को तोड़ कर देश मे अराजकता फैला रहे है।आज एक ही देश मे रहने बाले लोगो को एनआरसी,एनपीआर और सीएए जैसे मुद्दे को लेकर लोगो को बाट रहे है यह बर्दास्त नही होगा आज पूरा देश एनआरसी का विरोध कर रहा है इसलिय गया के गाँधी मैदान से हजारों की संख्या में यह काफिला चला है और पटना के गाँधी मैदान में जाकर गाँधी की मूर्ति के पास संकल्प लेंगे की गाँधी तेरे देश मे संविधान को नही मिटने देंगे हम।
बाईट(मोहमद असत्तारुल हक-अध्यक्ष नागरिक संघ मोर्चा)


Conclusion:आज गाँधी ने अपनी कुर्वानी देकर देश को आजाद कराकर संविधान की रक्षा किया लेकिन सत्ते के नशे में चूर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुगलक फरमान जारी कर देश मे आपसी भाईचारा को खत्म कर एक दूसरे से लड़वाना चाहते एनआरसी और एनपीआर के नाम पर फुट डालकर देश की अखंडता और भाईचारे में दरार पैदा करना चाहते है जिसे हमलोग कामयाब होने नही देंगे।
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