पटनाः लॉक डाउन के दौरान साइबर अपराधी काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे समेत पुलिस के कई अन्य आला अधिकारियों का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा जा रहा है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अपराधी आकाश में हो या पाताल में उसे ढूंढ निकाला जाएगा. कानून क्या चीज है उसे यह बताया जाएगा.
लॉक डाउन में साइबर अपराधी एक्टिव
साइबर अपराधियों के निशाने पर आजकल बिहार पुलिस है. यह अपराधी कभी पुलिस अधिकारी बनकर रुपये की ठगी करते हैं, तो कभी किसी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं. इस बार साइबर अपराधियों ने बिहार के डीजीपी के नाम से सेंधमारी करते हुए फर्जी फेसबुक अकाउंट खोल लिया है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा जा रहा है. वहीं, जब इसकी भनक बिहार के डीजीपी को खुद लगा तो उन्होंने फर्जी अकाउंट को डिलीट करवा दिया. फ्रॉड ने फर्जी अकाउंट के जरिए एक ही दिन में 10 हजार फॉलोवर्स बना लिए थे. वहीं, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अपराधी आकाश में हो या पाताल में उसे ढूंढ निकाला जाएगा और कानून क्या चीज होता है यह भी बता दिया जाएगा.
साइबर अपराधी डीजीपी का फेक आईडी बनाकर भेज रहे फ्रेंड रिक्वेस्ट
वहीं, बिहार में लगातार लॉक डाउन के दौरान सोशल मीडिया पर भ्रामक समाचार फैलाने वाले लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि सोशल मीडिया पर हेट पोस्ट डालने वाले की गिरफ्तारी 2 घंटे पहले औरंगाबाद से हुई है. हेट पोस्ट डालने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. जो भी लोग इंवॉल्व होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.
अपराधियों को पुलिस साइबर सेल के माध्यम से कर रही ट्रेस
कुल मिलाकर बात करें तो लॉक डाउन के दौरान बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे समेत मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज का भी विगत कुछ दिन पहले फेसबुक अकाउंट बनाकर साइबर अपराधी लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे थे. उन अपराधियों को लगातार पुलिस साइबर सेल के माध्यम से ट्रेस कर रही है. जो भी अपराधी होंगे उन पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी.