पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव प्रचार चरम पर है. इस बीच नेताओं का दल बदलना भी जारी है. आरजेडी के सीतामढ़ी से पूर्व विधायक जय नंदन यादव मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो गए. जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी.
जय नंदन यादव तीन बार सीतामढ़ी से विधायक रहे हैं. जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जयनंदन यादव के जेडीयू में आने से सीतामढ़ी में पार्टी को मजबूती मिलेगी. क्योंकि जयनंदन यादव के पिता भी चार बार विधायक रह चुके हैं तो सीतामढ़ी में इनके परिवार का पूरा असर है जिसका लाभ हमारी पार्टी को मिलेगा.
जेडीयू को मिलेगा लाभ
पार्टी में शामिल होने के बाद जयनंदन यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के विकास कार्य से प्रभावित होकर जेडीयू में आने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी में जेडीयू के उम्मीदवार सुनील कुमार पिंटू को भारी मतों से जीताएंगे. जयनंदन यादव शुरूआत में जेडीयू में थे और एक बार विधायक भी बने लेकिन उसके बाद आरजेडी में चले गए. आरजेडी के टिकट पर लगातार दो बार सीतामढ़ी से विधायक चुने गए. अब एक बार फिर आरजेडी छोड़कर जेडीयू का तीर पकड़ लिया है. सीतामढ़ी में जयनंदन यादव के आने से पार्टी को लाभ मिलेगा.
महागठबंधन को लगा बड़ा झटका
सीतामढ़ी में जेडीयू की ओर से सुनील कुमार पिंटू को टिकट मिला है. पहले डॉक्टर वरुण को टिकट दिया गया था. लेकिन डॉक्टर वरुण ने चुनाव लड़ने में असमर्थता जताते हुए टिकट लौटा दी थी. इसके बाद बीजेपी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू को पार्टी में शामिल कराकर टिकट दिया गया. अब जय नंदन यादव के आने से सुनील कुमार पिंटू को बड़ी राहत मिलेगी तो वहीं, महागठबंधन खेमे के लिए एक बड़ा झटका होगा.