पटनाः पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन अपनी बेटी की शादी को लेकर काफी व्यस्त थे, 15 दिन कैसे गुजरा पता ही नहीं चला अब दोबारा उनको जेल जाना होगा, क्योंकि वो पैरोल पर बाहर आए थे. हालांकि कि चर्चा ये भी थी कि अब आनंद मोहन की मुकम्मल रिहाई संभव है. आनंद मोहन रिहाई के बाद बिहार की राजनीति में अहम भूमिका निभाएंगे. लेकिन फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है.
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धूमधाम से हुई बेटी की शादीः उनकी बेटी सुरभि की शादी 15 फरवरी को राजवाड़े अंदाज में संपन्न हुई है, उनके दामाद राजहंस सिंह एक आईएएस हैं और खुद बेटी भी पेशे से वकील हैं. इस शादी में बिहार के तमाम बड़े नेताओं ने शिरकत की थी. महमानों और बारातियों का काफी आवभगत भी हुआ. मीडिया वालों ने भी इस शादी को हाई प्रोफाइल शादी की तरह कवरेज दी. इस बीच मां लवली आनंद और पिता आनंद मोहन के साथ बेटी सुरभी की कई तस्वीरें भी सामने आईं, जिसमें वो काफी खुश नजर आईं. आनंद मोहन ने भी अपने परिवार के साथ काफी अच्छे पल बिताए.
"बहुत जल्द बेटे चेतन आनंद की शादी होने जी रही है. उसमें आप सभी लोगों से फिर मिलूंगा. बहुत लोग कयास यह लगा रहे थे कि बेटी लव मैरिज शादी कर रही है या अरेंज मैरिज. मेरी बेटी की शादी अरेंज हुई है और बेटे का भी अरेंज मैरिज होगा. देखिये मेरे समर्थन में लोगों ने जिस तरह से आवाज उठाई, यह काफी अच्छी बात है. अभी तो हम पैरोल पर हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खुले मंच से रिहाई पर बात रख चुके हैं. ऐसे में सरकार और मुख्यमंत्री को मेरी रिहाई के लिए पहल करनी चाहिए"- आनंद मोहन, पूर्व सासंद
आनंद मोहन कोसी क्षेत्र के कद्दावर नेताः आपको बता दें कि बिहार में जब भी बाहुहली नेताओं की बात होती है तो आनंद मोहन का नाम जरूर आता है. आनंद मोहन 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में जेल की सजा काट रहे हैं. वो 17 साल से जेल में हैं. पहले उन्हें कोर्ट से इस मामले में मौत की सजा मिली थी, जिसे 2008 में उम्रकैद में बदल दिया गया. आनंद मोहन पर हत्या, अपहरण, फिरोती दबंगई और लूट जैसे कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज है. आनंद मोहन कोसी क्षेत्र के कद्दावर नेताओं में एक हैं.
बेटे चेतन हैं आरजेडी से विधायकः साल 1990 में जनता दल की टिकट पर चुनाव लड़कर वो एमएलए बने थे. उसके बाद वो 1996 और 1998 में शिवहर से दो बार सांसद बने. उनकी पत्नी लवली आनंद भी पूर्व सांसद रह चुकी हैं, जबकि बेटे चेतन आनंद ने 2020 में आरजेडी की टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की. वो शिवहर से विधायक हैं.