पटनाः बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. विधायक अनंत सिंह पर एक और गंभीर आरोप लगे हैं. पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने पुलिस मुख्यालय को लिखित सूचना दी है कि अनंत सिंह से मेरी जान को खतरा है. वह मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं. ईटीवी भारत के पास उनका वो खत है, जिसके चलते पूर्व आईपीएस ने अनंत सिंह पर उनकी हत्या की साजिश करने का आरोप लगाया है.
इसलिए रची गई है हत्या की साजिश
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने अनंत सिंह पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. हालांकि बाहुबली अनंत सिंह फरार चल रहे हैं. लेकिन उनके कारनामे जारी हैं. अमिताभ कुमार ने कहा है कि मैंने 5 मार्च 2009 को मोकामा विधायक अनंत सिंह के बारे में सूचना दी थी कि लदमा स्थित उनके आवास में एके-47 ak-56 और अवैध हथियारों का जखीरा है. जब 16 अगस्त 2019 को विधायक के आवास से पुलिस ने छापामारी कर एके-47 बरामद की और मेरी सूचना पुष्ट हुई.
क्या लिखा था खत में...
ईटीवी भारत के पास एक्सक्लूसिव जानकारी है कि 2009 को अनंत सिंह के खिलाफ तत्कालीन एसपी अमिताभ कुमार दास में निर्वाचन आयोग और पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर बताया था कि माननीय विधायक श्री अनंत सिंह ने अपने गांव लदमा में आधुनिक हथियारों का बड़ा जखीरा इकट्ठा किया हुआ है. इन हथियारों में एके-47, एके-56, लाइट मशीनगन जैसे हथियार भी हैं. लेकिन इस पत्र को मुख्यालय ने गंभीरता से नहीं लिया था.
पत्र के अंतिम में मुख्यालय को इस बात से भी अवगत कराया गया था कि इन हथियारों के जरिए माननीय विधायक जी आगामी विधानसभा चुनाव में तबाही मचा सकते हैं. इस बाबत कोई कार्रवाई नहीं की गई.
फिर लिखा मुख्यालय को खत
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने कहा है कि मुझे सूचना मिली है कि माननीय विधायक अनंत सिंह मेरी हत्या के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं. उन्होंने अपने गुर्गों को सुपारी भी दे दी है. अमिताभ कुमार दास ने पुलिस मुख्यालय को इस बाबत सूचना दे दी है. पूर्व आईपीएस ने सरकार से तत्काल बीएमपी एक के दो गोरखा अंगरक्षक की मांग की है.
अप्रिय घटना हुई तो सरकार होगी जिम्मेदार
पूर्व आईपीएस ने ये भी कहा है कि अगर मेरे साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार और पुलिस मुख्यालय की होगी. अमिताभ कुमार दास ने कहा कि बिहार में ईमानदार अधिकारियों के खिलाफ षडयंत्र किया जाता है और सर्जिकल स्ट्राइक कर उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति दे दी जाती है. हद तो यह है कि मेरे अंगरक्षकों को भी हटा लिया गया है.