पटना: पूर्व डीजीपी अभयानंद बिहार में क्राइम कंट्रोल के लिए जाने जाते हैं. लेकिन आज एक बार फिर से बिहार में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. ऐसे में पूर्व डीजे अभयानंद का कहना है जब तक अपराधियों में इस तरह का डर नहीं होगा कि पकड़े जाएंगे तो बचेंगे नहीं, तब तक अपराध की घटना कम होने वाली नहीं है.
पूर्व डीजीपी अभयानंद ने ईटीवी भारत संवाददाता अविनाश से खास बातचीत में कहा सरकार या प्रशासन में कोई ऐसा व्यक्ति होना चाहिए. जिसका डर अपराधियों को हो. उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए कानून में पर्याप्त व्यवस्था है और उन विधाओं का इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए तो अपराध पर नियंत्रण हो सकता है और इसके अलावा दूसरा कोई उपाय भी नहीं है.
'राजनीतिक या प्रशासनिक कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसका डर अपराधियों को हो, अपराधियों को लगे कि भगवान से भी पैरवी करा लेंगे तब भी कुछ होने वाला नहीं है. इस तरह की आम धारणा होगी तो अपराधी अपराध करने से पहले सौ बार सोचेंगे, जब अपराधियों को यह पता होगा कि एविडेंस के साथ पकड़ा गए तो बचने वाले नहीं है. ऐसे में अपराधी यह भी देखेंगे कि अपराध करने से उन्हें लाभ होगा या नुकसान यदि नुकसान होगा तो निश्चित रूप से अपराध करने से पहले कई बार विचार करेंगे': अभयानंद, पूर्व डीजीपी
क्या कहते हैं पूर्व डीजीपी
पूर्व डीजीपी ने यह भी कहा कि पुलिस के वरीय अधिकारी को एक्ट में जो कई तरह के प्रावधान दिए गए हैं. अपराध के नियंत्रण में उन्हें अपनाने की जरूरत पड़ती है तो उसका इस्तेमाल करना चाहिए. प्रभारी डीजीपी होने से क्या असर पड़ता है. इस सवाल पर अभयानंद ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, वह भी तो डीजीपी का ही काम कर रहे हैं.
बता दें कि डीजीपी के रूप में अभयानंद ने बिहार में अपराध नियंत्रण में बड़ी सफलता पाई थी और इसका बड़ा कारण यही था कि अपराधियों के पकड़े जाने पर उन्हें सजा दिलाई जाती थी, छूटते नहीं थे और उसका असर भी दिखा था. अब एक बार फिर से अपराधी जिस प्रकार की घटना को अंजाम दे रहे हैं. अभयानंद का साफ इशारा है कि कानून में जो प्रावधान है. उसका शक्ति से इस्तेमाल हो और अपराधियों को सजा दिलाने के तार्किक परिणाम तक पहुंचा जाएय. तभी अपराध पर नियंत्रण होगा.