पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच अब दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर ही राजनीति शुरू हो गई है. पासवान के निधन को लेकर भी अब सवाल उठाए जाने लगे हैं. एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने सोमवार को पासवान के निधन के मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में एक पत्र भी लिखा है.
पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने दिवंगत नेता रामविलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि रामविलास पासवान के निधन से सभी को दुख है, लेकिन उनके अंतिम संस्कार के एक दिन बाद ही उनके पुत्र चिराग पासवान शूटिंग करते दिखे और मुस्कुराते दिखे.
मेडिकल बुलेटिन क्यों नहीं जारी किया गया?
रिजवान ने पत्र में लिखा है कि केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन क्यों नहीं जारी किया गया. उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि आखिर किसके कहने पर मेडिकल बुलेटिन जारी करने से रोका गया, इसका पता लगाया जाना चाहिए. पत्र में कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद पासवान से केवल तीन लोगों को ही मिलने की इजाजत दी गई थी, आखिर ऐसा क्यों किया गया.
रामविलास के निधन से जुड़े कई ऐसे सवाल
दानिश ने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि रामविलास पासवान के निधन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं, जो अपने आप चिराग को कटघरे में खड़ा करता है. उन्होंने कहा कि पूरा देश जानना चाहता है, इस कारण इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. बता दें कि लोजपा राजग से अलग होकर बिहार में चुनाव लड़ रही है.