पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) के बयान अक्सर सरकार को कटघरे में खड़ा कर देते हैं. एक बार फिर से मांझी के बयान से बिहार की सियासत (Bihar Politics) गरमाने लगी है. दरअसल हर दिन बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol Diesel Price Hike) और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष आक्रामक है.
इस बीच एनडीए के घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी बढ़ती महंगाई पर अपनी चिंता जाहिर की है. मंगलवार को जीतन राम मांझी ने कहा कि महंगाई का असर सभी चीजों पर पड़ा है. केंद्र सरकार को इस विषय पर चिंता करनी चाहिए.
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आज बढ़ती मंहगाई की बात (Manjhi Statement On Inflation) को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने स्वीकार किया और कहा कि वास्तव में मंहगाई बढ़ी है लेकिन जो हालात हैं वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) को पता है. इसपर गंभीरता से विचार किया जा रहा है.
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बढ़ती महंगाई को लेकर चिंतित हैं. दाम बढ़ने से सबपर असर होता है. पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से तो हर चीज पर इसका असर पड़ता है. हमें लगता है कि इस पर भारत सरकार को कुछ करना चाहिए. बिहार सरकार भी अगर बढ़ती महंगाई को लेकर कुछ करे तो अच्छा रहेगा. हमलोग भी चिंतित हैं कि ऐसे दाम कैसे बढ़ रहे हैं.'- जीतन राम मांझी,पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
मांझी ने उपेंद्र कुशवाहा के यात्रा पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ये ठीक है इससे जदयू पार्टी को लोगों की समस्या का पता चलेगा. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का महंगाई और आईएएस सुधीर कुमार की थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं होने को लेकर दिए गए बयान से एक बार फिर बिहार की राजनीति में अटकलों क बाजार गर्म हो गया है.
'आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार जब थाने में जाकर अपनी परेशानी बता रहे हैं तो एफआईआर करना जरूरी होता है. एफआईआर नहीं लिया जा रहा है, यह जरूर चिंता का विषय है. दलित हो या कोई भी हो थाने को एक्शन लेना चाहिए इंवेस्टिगेशन में क्या आता है ये तो बाद की बात है.'- जीतन राम मांझी,पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार