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'शिक्षक भर्ती में धांधली कर ली अब पोस्टिंग घोटाला शुरू, मोटा माल लेकर की जा रही बाहरियों की शहरों में तैनाती'- मांझी

Bihar Teacher Recruitment : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शिक्षक नियुक्ति में नीतीश सरकार बड़ा एक और घोटाले का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पैसे लेकर शहरों में उनकी पोस्टिंग की जा रही है जो बिहार से बाहर के चयनित अभ्यर्थी हैं.

Jitan Ram Manjhi
Jitan Ram Manjhi
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 16, 2023, 4:02 PM IST

Updated : Nov 16, 2023, 5:32 PM IST

  • शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है।
    “मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षको को गांवो मे भेजा जा रहा है।
    पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई।
    पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट

    — Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पटना : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती में नये घोटाले का आरोप लगाया है. हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक मांझी ने शिक्षक नियुक्ति में धांधली के बाद पोस्टिंग घोटाला शुरू करने का आरोप महागठबंधन की सरकार पर लगाया है. मांझी ने आरोप लगाते हुए पूछा है कि सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खाते हैं या नोट?

'मोटा माल लेकर शहरों में पोस्टिंग' : जीतन राम मांझी के आरोप काफी संगीन हैं. उन्होंने कहा है कि मोटा माल लेकर बाहरी राज्यों के शिक्षकों की नियुक्ति शहरों में की जा रही है और बिहारी शिक्षकों की पोस्टिंग गांवों में की जा रही है. उन्होंने ये भी लिखा कि पैसे में बहुत शक्ति है. पता नहीं चाचा और भतीजा दोनों मिलकर अनाज खाते हैं या नोट?

''शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है. “मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षकों को गांवों में भेजा जा रहा है. पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई. पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट.'' - जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम, बिहार

बिहार शिक्षक भर्ती में धांधली का लगाते रहे हैं आरोप : गौरतलब है कि जीतन राम मांझी पहले भी बीपीएससी शिक्षक भर्ती में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं. पहले आरक्षण को लेकर सवाल उठाए थे. फिर उन्होंने रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए पूछा था कि क्या कारण है कि कई अभ्यर्थियों के अच्छे अंक आने के बावजूद उनका चयन शिक्षक अभ्यर्थी में नहीं हुआ?

1.2 लाख शिक्षकों को मिला है नियुक्ति पत्र: बता दें कि बिहार में 1.7 लाख शिक्षकों के लिए भर्ती निकाली गई थी. जिसमें एक लाख 20 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर उनकी पोस्टिंग की गई है. खुद केके पाठक भी इस भर्ती को लेकर कह चुके हैं कि अगर आप गांव में नहीं रह सकते तो ये नौकरी तुरंत छोड़ दें क्योंकि ये नियुक्ति गांवों के लिए की गई है.

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  • शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है।
    “मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षको को गांवो मे भेजा जा रहा है।
    पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई।
    पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट

    — Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पटना : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती में नये घोटाले का आरोप लगाया है. हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक मांझी ने शिक्षक नियुक्ति में धांधली के बाद पोस्टिंग घोटाला शुरू करने का आरोप महागठबंधन की सरकार पर लगाया है. मांझी ने आरोप लगाते हुए पूछा है कि सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खाते हैं या नोट?

'मोटा माल लेकर शहरों में पोस्टिंग' : जीतन राम मांझी के आरोप काफी संगीन हैं. उन्होंने कहा है कि मोटा माल लेकर बाहरी राज्यों के शिक्षकों की नियुक्ति शहरों में की जा रही है और बिहारी शिक्षकों की पोस्टिंग गांवों में की जा रही है. उन्होंने ये भी लिखा कि पैसे में बहुत शक्ति है. पता नहीं चाचा और भतीजा दोनों मिलकर अनाज खाते हैं या नोट?

''शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है. “मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षकों को गांवों में भेजा जा रहा है. पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई. पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट.'' - जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम, बिहार

बिहार शिक्षक भर्ती में धांधली का लगाते रहे हैं आरोप : गौरतलब है कि जीतन राम मांझी पहले भी बीपीएससी शिक्षक भर्ती में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं. पहले आरक्षण को लेकर सवाल उठाए थे. फिर उन्होंने रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए पूछा था कि क्या कारण है कि कई अभ्यर्थियों के अच्छे अंक आने के बावजूद उनका चयन शिक्षक अभ्यर्थी में नहीं हुआ?

1.2 लाख शिक्षकों को मिला है नियुक्ति पत्र: बता दें कि बिहार में 1.7 लाख शिक्षकों के लिए भर्ती निकाली गई थी. जिसमें एक लाख 20 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर उनकी पोस्टिंग की गई है. खुद केके पाठक भी इस भर्ती को लेकर कह चुके हैं कि अगर आप गांव में नहीं रह सकते तो ये नौकरी तुरंत छोड़ दें क्योंकि ये नियुक्ति गांवों के लिए की गई है.

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Last Updated : Nov 16, 2023, 5:32 PM IST
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