पटना: बिहार के नियोजित शिक्षक संघों के आह्वान पर प्रदेश भर से आए शिक्षक विधानसभा घेराव को लेकर राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पहुंचे. यहां पर शिक्षकों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें शिक्षकों पर लाठीचार्ज भी किया गया. इस दौरान कई शिक्षक और पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी उनसे मिलने धरना स्थल पर पहुंचे. मांझी ने कहा कि जहां शिक्षक को पीटा जाए, उस राज्य की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है.
शिक्षकों की मांग होनी चाहिए पूरी- मांझी
मांझी ने शिक्षकों के समर्थन में सरकार को घेरने की कोशिश की. शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज पर मांझी ने कहा कि जिस राज्य में शिक्षक को पीटा जाए, उस राज्य की शिक्षा भगवान भरोसे ही चल सकती है. नियोजित शिक्षकों के समर्थन में उतरे मांझी ने कहा कि शिक्षकों की मांग जायज है और उनकी मांग पूरी होनी चाहिए.
समान काम, समान वेतन नियोजित शिक्षकों की मांग
बता दें कि नियोजित शिक्षक संघ के द्वारा बिहार के तमाम नियोजित शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन को लेकर सरकार से लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं. गुरुवार को नियोजित शिक्षक संघ ने विधानसभा घेराव को लेकर सभी शिक्षकों को पटना बुलाया था. नियोजित शिक्षक संघ पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर जुट रहे थे. यहां से शिक्षक संघ के द्वारा विधानसभा मार्च किया जाता, लेकिन मॉनसून सत्र चलने की वजह से विधानसभा के आसपास धारा-144 लगा हुआ है और वहां एक साथ भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकती है.