पटना: अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर पटना के मसौढ़ी के मिरचक प्राथमिक विद्यालय में पांचवी कक्षा की छात्रा कुमकुम कुमारी को एक दिन का प्रिंसिपल का दायित्व सौंप कर उसे जिम्मेदारी का एहसास कराया. जब इस छात्रा को प्रिंसिपल पद मिला तो उसे अपने पद की जिम्मेदारी एहसास हुआ और अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन कर अपनी योग्यता को भी सिद्ध की. कुमकुम ने बालिकाओं को जागरूक करना और अपने अधिकार एवं कर्तव्य पाठ का बोध कराया.
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मसौढ़ी में छात्रा एक दिन के लिए बनी प्रिंसिपल: दरअसल,अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर मिरचक प्राथमिक विद्यालय में एक अनोखी पहल की गई. प्रिंसिपल पद ग्रहण करते ही कुमकुम कुमारी ने इस मौके पर पर बालिकाओं को अपने अधिकार भेदभावपूर्ण व्यवहार एवं सामाजिक दायित्व की जानकारी दी. इस अवसर पर लड़कियों में हो रहे हैं भेदभाव पर चर्चा की गई. अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बच्चों को बताया कि यह बालिका दिवस बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान देने और लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
प्रिंसिपल बनकर किया वर्ग का संचालन: मिरचक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दीपक शर्मा ने बताया की सरकारी तौर पर आज के दिन पांचवी कक्षा के छात्रा को सांकेतिक तौर पर प्रभार देकर उसे प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया है. इसके साथ ही आज वर्ग संचालन एवं विषय का पाठ चयन संबंधी निर्णय छात्राओं के मन के अनुसार किया गया है.
"अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर मिरचक प्राथमिक विद्यालय में एक अनोखी पहल देखी गई है. जहां पर प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में एक पांचवी कक्षा की छात्रा कुमकुम कुमारी को एक दिन के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया है. इसके साथ ही छात्रों को अपने मन के अनुसार पाठ का चयन कर पढ़ाई करने का भी निर्णय लिया गया है." दीपक शर्मा, प्रधानाध्यापक
मिरचक प्राथमिक विद्यालय,मसौढ़ी