पटना: राजधानी से सटे फ़ुलवारी शरीफ प्रखंड के सकरैचा पंचायत के किसान अपनी सब्जी को जानवरों को खिलाने को मजबूर हो रहे है. उनका कहना है कि जो लागत है वह भी नहीं निकल पा रहा है. यहां तक की जब हम सब्जी तोड़ते हैं और उसे बाजार ले जाते हैं तो बाजार में इतना भी कीमत नहीं मिल पाता है कि हमारी मजदूरी भी पूरी हो सके.
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किसानों ने कहा कि बाजार तक सब्जी ले जाने में गाड़ी का किराया भी नहीं निकल पाता है. ऐसे में हम बाजार अब सब्जी को बेचने नहीं ले जा पाते हैं. गांव में ही बेचते हैं उसका भी सही दाम नहीं मिलता है. इसके बाद बची सब्जियों को जानवरों को खिला देते हैं या तो खेत में ही छोड़ देते हैं.
खेत में छोड़ देते हैं सब्जी
बता दें कि राजधानी पटना में किसान सब्जी को खेत से निकाल कर मंडी में नहीं जा रहे हैं. कोरोना काल के चलते लगे लॉकडाउन में किसान खेतों में ही सब्जी छोड़ दे रहे हैं. किसानों का कहना है कि सब्जी खेत से तोड़कर मंडी जाने से अच्छा है खेत में ही छोड़ दें.