पटना: मसौढ़ी में बीते दिनों से हरदा रोग से सैकड़ों एकड़ में लगे धान की फसल बर्बाद (crop destroyed By Harda in Masaurhi) होने लगी है. तकरीबन ढाई सौ किसान इससे प्रभावित हुए हैं. प्रखंड के भैंसवा पंचायत में किसान एक बार फिर से मायूस और परेशान हो चुके हैं, क्योंकि इन दिनों धान कटने का समय चल रहा है. धान की फसल पककर तैयार हो गई है लेकिन उसी दौरान सैकड़ों एकड़ में हरदा रोग लग गया है जिससे किसान फसल नुकसान होने से परेशान हो रहे हैं.
पढ़ें- बिहार पर मौसम की दोहरी मार! कई जिलों में ओलावृष्टि और झमाझम बारिश से किसानों की फसल बर्बाद
बताया जाता है कि हरदा एक काले रंग का कीड़े होते हैं जो पूरे फसल में लग जाते हैं और उसे बर्बाद कर देते हैं. जगपुरा गांव के उमेश पासवान, रमेश प्रसाद यादव, सुखमल यादव समेत कई किसानों के खेत में फसल पक कर तैयार थी, लेकिन काटने के दौरान ही उसमें हरदा रोग लग गया. जिसको लेकर कई तरह की दवाएं के छिड़काव भी की जा रही हैं.
कोऑर्डिनेटर ने दवा के छिड़काव का दिया विस्तृत जानकारी: इस पूरे मामले में मसौड़ी प्रखंड कृषि कार्यालय के किसान कोऑर्डिनेटर नवीन कुमार ने उन सभी किसानों को दवा का छिड़काव वैज्ञानिक तरीके से कैसे करेंगे पूरी डिटेल के साथ उन्हें विस्तृत जानकारी दिया हैं
बीटेक्स 500 के स्प्रे करने से में होगी रोकथाम: धान की फसल में लग जाने वाले हरदा रोग जिसे फाल्सस्मट भी कहते हैं उसके उपचार के लिए किसान को ऑर्डिनेटर नवीन कुमार बताते हैं कि (बीटेक्स 500) 1 लीटर पानी में घोलकर उसे स्प्रे करने के बाद इस कीड़े से रोकथाम हो सकती हैं. हालांकि धान की फसल लगाने से पहले ही बीज का उपचार बेहद जरूरी है कई किसान बिना बीज उपचार किए ही खेतों में लगा देते हैं वहीं जब धान पकने को तैयार रहता है तो खेतों में नमी नहीं होनी चाहिए जिस वजह से इस तरह के रोग लगने लगते हैं.
पढ़ें- पटना में चक्रवात में धान की फसल बर्बाद, किसानों ने सरकार से की मदद की मांग