पटना: बिहटा प्रखंड स्थित रेफरल अस्पताल परिसर में महिला वार्ड के प्रसव कक्ष में दो दिन पूर्व बच्चा बदलने का आरोप लगाकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इससे करीब दो घंटे तक वार्ड में अफरा-तफरी रही. हंगामा के दौरान अन्य लोगों का इलाज प्रभावित हो गया.
दो महिला का हुआ था प्रसव
बताया जाता है कि बीते दो दिनों पूर्व बिहटा के कटेसर निवासी दरोगा पासवान की पत्नी अनिता देवी और अहियापुर निवासी संजय की पत्नी मुन्नी का दोपहर में 11 बजे प्रसव हुआ था. दोनों को बेटी हुई थी. दोनों महिला के प्रसव रजिस्टर में बेटी जन्म लेने की बात लिखी गई गई.
अस्पताल में हंगामा
जब प्रसव के प्रावधान के अनुसार एक दिन के बाद बर्थ रजिस्टर की रिपोर्ट दी गई तो, अनीता को बेटा होने की बात लिख दी गयी थी. जिसके बाद उसके परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए बिहटा रेफरल अस्पताल में पंहुच कर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा कर रहे अनीता के परिजनों का कहना था कि डिलीवरी के बाद उन्हें बताया गया था कि उसकी पत्नी को लड़का हुआ है. लेकिन अंदर जाने पर उन्हें लड़की दे दी गई.
परिजनों ने की शिकायत
जब एक दिन के बाद हॉस्पिटल का डिस्चार्ज पर्चा मिला तो, उस पर मेल लिखा हुआ था और बाद में काटकर फीमेल लिखा गया था. इस पर अनीता के परिजनों ने एतराज किया तो, अस्तपाल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार से इसकी शिकायत की.
"लड़का और लड़की में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन रजिस्टर के साथ छेड़छाड़ करना अपराध है. उन्हें कानूनी दंड दिया जाए"- परिजन
"जांच के बाद पता चला कि यह कोई बच्चा बदलने का मामला नहीं है. अस्पताल की एएनएम की गलती से लिखा गया था. बर्थ रजिस्टर में नाम गलत होने से कन्फ्यूजन में ऐसा हुआ है. जांच की गई है, प्रसव वार्ड का जो रिकार्ड है, उसमें छेड़छाड़ नहीं की गई है. बर्थ रजिस्टर में नर्स के की गलती से लड़की की जगह लड़का अंकित हो गया था. इसके बाद भी परिजन हंगामा कर रहे थे. उनको प्रावधान के अनुसार डीएनए टेस्ट करा लेने को कहा गया है. अब डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर मामला क्या है. फिलहाल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है"- डॉ. कृष्ण कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रेफरल अस्पताल
महिला स्वास्थ्य कर्मियों पर आरोप
मौके पर अधिकारियों और नर्सों के समझाने के बाद हंगामा कर रहे लोग शांत हुए. हालांकि दिनभर रेफरल अस्पताल में अनीता के रिश्तेदार आते-जाते रहे. आरोप लगाया कि पैसा लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने बच्चे को बदल दिया है.