पटना: 1 फरवरी को सदन में केंद्र सरकार आम बजट पेश करने जा रही है. ऐसे में घरेलू महिलाएं को इस बजट से काफी उम्मीदें है. इस संबंध में ईटीवी भारत ने महिलाओं से बात की. महिलाओं का कहना है कि बजट ऐसा होना चाहिए जिससे महंगाई कम हो, ताकि किचन में सामान जुटाने में सोचना ना पड़े. फिलहाल महंगाई काफी ज्यादा बढ़ गई है, ऐसे में हमेशा किचन में कुछ ना कुछ सामान घटा ही रहता है और घर चलाने में काफी परेशानी हो रही है.
'इस बार के बजट में महंगाई कम करने के लिए सरकार प्रयास करे. किचन का सब सामान महंगा हो गया है. सरसों तेल, रिफाइन, चाय पत्ती और गैस के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. कोरोना के कारण घर में आमदनी पहले से कम हो गई है. दूसरी तरफ महंगाई बढ़ गई है. जिससे घर का आर्थिक हालत काफी खास्ता हो गया है.' - निभा सिंह, गृहिणी
'सरकार पेट्रोलियम उत्पादों के कीमत कम करने का प्रयास करे, क्योंकि हाल के दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में काफी वृद्धि हुई है. इस वजह से किचन का हर सामान पहले की तुलना में काफी महंगा हो गया है.' - रश्मि वर्मा, गृहिणी
'मध्यम वर्गीय परिवारों पर ध्यान दे सराकर'
बजट में मध्यम वर्गीय परिवारों का ध्यान रखा जाए, क्योंकि थोड़ी महंगाई बढ़ने से अमीरों को फर्क नहीं पड़ता और गरीबों के लिए कई सारी योजनाएं चल रही है. मगर पीसते हैं सिर्फ मध्यम वर्गीय परिवार. सरकार इस बार महंगाई कम करने की दिशा में कोई पहल करे. जिससे कि किचन के जितने भी सामान की हाल के दिनों में कीमत बढ़ी है, वह कम हो सके. तिलहन, दलहन, चाय पत्ती, गैस, मसाला समेत सभी चीजों के दाम काफी बढ़ गए हैं. - रश्मि कुमारी, गृहिणी
इस बार के बजट से उन्हें काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि कोरोना के कारण घर की आमदनी कम हो गई है और महंगाई बढ़ गई है. ऐसे में किचन का सामान जुटाने को लेकर पति के साथ अक्सर झगड़े होते हैं. इस बार बजट में कोई नया टैक्स ऐड ना हो' - संगीता खंडवाल, गृहिणी
बजट में महंगाई कम करने के लिए केंद्र सरकार प्रयास करे. साथ ही घरेलू महिलाएं फूर्सत के समय में कुछ छोटे-मोटे काम कर सकें. इसका भी प्रावधान होना चाहिए, ताकि घर की आर्थिक हालत सुधरे.' - बेबी सिंह, गृहिणी
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बजट पर देश की नजर
बता दें कि आम बजट पर पूरे देश की निगाह है. बिहार और केंद्र में एनडीए की सरकार है. बिहार में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुआ है. चुनाव प्रचार के दौरान एनडीए ने 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. अब इस वादे पर काम करना है. ऐसे में बड़ी राशि इस क्षेत्र में खर्च होगी. विशेष राज्य का दर्जा से लेकर विशेष छूट तक बिहार की पहले से कई मांगें हैं. ऐसे में विशेषज्ञ कहते हैं कि कोरोना के कारण केंद्र की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है. बिहार में चुनाव भी अभी नहीं होना है. ऐसे में बजट से बिहार को बहुत कुछ मिलेगा यह उम्मीद करना सही नहीं होगा.