पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सोमवार को एक बार फिर जनता दरबार (Janta Darbar) में लोगों की शिकायतें सुनीं. जनता दरबार के बाहर भी फरियादियों की काफी भीड़ देखने को मिली. इस दौरान 2018 में चयनित कार्यपालक सहायक अभ्यर्थी (Candidate) अब तक नियुक्ति नहीं होने से परेशान हैं और मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंचे थे.
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अलग-अलग जिलों से पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि 8200 के करीब पद पर नियुक्ति होना था लेकिन चयनित अभ्यर्थियों में से आधे से भी कम की नियुक्ति हुई है. जो लोग बच गए हैं अब पेंच फंसाया जा रहा है और कहा जा रहा है आउटसोर्सिंग के माध्यम से आप लोगों को रखा जाएगा.
जमुई से पहुंचे विजय कार्यपालक सहायक में चयनित हो चुके हैं और वेटिंग लिस्ट में नाम है. लेकिन पिछले 3 सालों से अभी तक नियुक्ति नहीं हुई है. विजय अपने साथियों के साथ जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे थे. लेकिन सीएम के जनता दरबार के बाहर से ही इन सभी को लौटना पड़ा.
मुख्यमंत्री से हम लोग गुहार लगाने आए हैं कि जल्द से जल्द हम लोगों का नियोजन हो जाए क्योंकि 2018 से हम लोग इंतजार कर रहे हैं.-रोहित , चयनित अभ्यर्थी कार्यपालक सहायक
जनता दरबार पहुंचीं साजदा परवीन ने कहा कि 8200 के आसपास सीट है और कुछ लोगों की ज्वाइनिंग हो गई है. लेकिन हम लोग वेटिंग लिस्ट में हैं. अब कहा जा रहा है कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से आप लोगों को लिया जाएगा और एग्जाम देना होगा.
हम लोग तीन साल से परेशान हैं. मेरिट लिस्ट में नाम होने के बावजूद बहाली नहीं हुआ है अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से लेने की बात कही जा रही है.- विजय कुमार, चयनित अभ्यर्थी कार्यपालक सहायक
बता दें कि सभी जिले में कार्यपालक सहायक की नियुक्ति होनी है. कुल मिलाकर इनकी संख्या 8200 के करीब है. चयनित कार्यपालक सहायक में से कई की नियुक्ति हो चुकी है लेकिन जो बच गए हैं अब धरना प्रदर्शन के साथ मंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं.
सीएम नीतीश आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.
6 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.
हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.
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