पटना: राजधानी में 'जय बेटी अभियान' की तरफ से मंगलवार को झांसी की रानी के जन्मदिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें चार लड़कियों ने झांसी की रानी के रूप में घोड़े पर सवार होकर समाज के लोगों को संदेश दिया है. नारी अबला नहीं सबला है, अगर नारी देवी बन सकती है, तो जरूरत पड़ने पर दुर्गा काली बनकर मुश्किलों का सामना भी कर सकती है. इस कार्यक्रम में बिहार के पूर्व डीजीपी अशोक गुप्ता समेत कई समाज सेवियों ने भाग लिया.
'बेटी और महिलाओं का करे सम्मान'
'चमक उठी सन सताबन में वो तलवार पुरानी थी, बुंदले हर्बोले के मुंह से हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी बाली रानी थी'. बता दें कि झांसी की रानी ने समाज को नया आयाम दिलाने के लिये अंग्रेजों के छक्के छुड़ाकर अपनी जान गवां दी थी. लेकिन अपनी इज्जत पर आंच तक नहीं आने दिया. इस कार्यक्रम से समाज के लोगों को यह संदेश देना था कि बेटी और महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. इसलिए बेटी और महिलाओं का सम्मान कर समाज में एक नई रोशनी दे.
'देश का नाम रोशन करेंगी'
पूर्व डीजीपी अशोक गुप्ता ने कहा कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने देश की आजादी के लिए क्षत्राणी का रूप लिया था. साथ ही अंग्रेजों का डट के सामना भी किया था. इसी तरह हमारे देश की बेटियां भी किसी तरह का अन्याय नहीं सहेंगी, सभी परिस्थितिओं का डट कर सामना करेंगी. साथ ही कहा कि अपने देश की बेटियों, महिलाओं की सुरक्षा हम सब मिल कर करेंगे. वो आगे बढ़ेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी.