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बिहार में बढ़ते साइबर अपराध को लेकर EOU का कार्यशाला, CBI के अधिकारी हुए शामिल

बिहार में लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की ओर से (EOU Workshop On Cyber Crime In Patna) जागरुकता को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में एडीजी नैयर हसनैन खान ने साइबर अपराध से निपटने के लिए कई तरह के टिप्स दिए. पढ़िए पूरी खबर...

साइबर अपराध को लेकर EOU का कार्यशाला
साइबर अपराध को लेकर EOU का कार्यशाला
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Published : Apr 7, 2022, 8:33 PM IST

पटना: राजधानी पटना में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर अपराध को लेकर जागरूकता विषय पर सीबीआई के अधिकारियों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन (EOU Workshop On Increasing Cyber Crime In Bihar) किया गया. इस कार्यशाला में एडीजी ईओयू नैयर हसनैन खान (ADG Nayyar Hasnain Khan) समेत वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान एडीजी नैयर हसनैन खान ने उपस्थित पदाधिकारियों को साइबर अपराध से सुरक्षा, अनुसंधान, आवेदन और साइबर अपराध से भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के कई महत्वपूर्ण टिप्स दिये. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से बचने के लिए आम जनता ही नहीं बल्कि समाज के खास लोगों को भी सजग और जागरूक होने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें: बेटी की शादी के लिए बचाकर रखे थे पैसे, साइबर अपराधियों ने एक झटके में किए गायब

बिहार में लगातार बढ़ रहा साइबर क्राइम: दरअसल, मोबाइल और कंप्यूटर के जरिए इंटरनेट के निरंतर बढ़ते उपयोग की वजह से साइबर अपराधों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. जिसे लेकर पुलिस पदाधिकारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण और जागरूक होने की आवश्यकता है. इन दिनों व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर पर आने वाले अज्ञात कॉल को बिना समझे रिसीव करने से बचना चाहिए. कोई भी व्यक्ति सेक्सटॉर्शन जैसे अपराधों का शिकार हो सकता है. बिना व्यक्तिगत जान पहचान के किसी को भी फेसबुक पर मित्र नहीं बनाना चाहिए. अपनी व्यक्तिगत और पारिवारिक जानकारी, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी फोटो आदि को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. मैसेज से प्राप्त अज्ञात लिंक को कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए. आजकल घरों में स्मार्ट टीवी और एलेक्सा जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है. जिसके कारण भी व्यक्तिगत गोपनीय जानकारी भी लीक हो जाती है. कोई भी व्यक्ति बड़े असानी से साइबर अपराध का शिकार हो जाता है.



EOU की साइबर क्राइम पर कार्यशाला: आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर अपराध पर रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार कोशिश की जा रही है. जिसे लेकर कई तरह के ऑनलाइन पोस्टर जारी करने के साथ-साथ कार्यशाला का आयोजन किया जाता है. सामाजिक संगठनों के सहयोग से विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है. एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आर्थिक अपराध इकाई प्रत्येक सप्ताह बुधवार को साइबर जागरूकता विषय पर कार्यशाला आयोजित करेगी. इस कार्यशाला में विशेष रूप से बैंकिंग साइबर फ्रॉड और सोशल मीडिया अपराधों पर प्रकाश से डालते हुए सीबीआई के पदाधिकारियों को जानकारी दी गई.

ये भी पढ़ें: सावधान! अब ऐप जरिए आपकी गाढ़ी कमाई लूट रहे जालसाज, पटना में डॉक्टर के खाते से उड़ाए 86 हजार

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पटना: राजधानी पटना में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर अपराध को लेकर जागरूकता विषय पर सीबीआई के अधिकारियों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन (EOU Workshop On Increasing Cyber Crime In Bihar) किया गया. इस कार्यशाला में एडीजी ईओयू नैयर हसनैन खान (ADG Nayyar Hasnain Khan) समेत वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान एडीजी नैयर हसनैन खान ने उपस्थित पदाधिकारियों को साइबर अपराध से सुरक्षा, अनुसंधान, आवेदन और साइबर अपराध से भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के कई महत्वपूर्ण टिप्स दिये. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से बचने के लिए आम जनता ही नहीं बल्कि समाज के खास लोगों को भी सजग और जागरूक होने की जरूरत है.

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बिहार में लगातार बढ़ रहा साइबर क्राइम: दरअसल, मोबाइल और कंप्यूटर के जरिए इंटरनेट के निरंतर बढ़ते उपयोग की वजह से साइबर अपराधों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. जिसे लेकर पुलिस पदाधिकारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण और जागरूक होने की आवश्यकता है. इन दिनों व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर पर आने वाले अज्ञात कॉल को बिना समझे रिसीव करने से बचना चाहिए. कोई भी व्यक्ति सेक्सटॉर्शन जैसे अपराधों का शिकार हो सकता है. बिना व्यक्तिगत जान पहचान के किसी को भी फेसबुक पर मित्र नहीं बनाना चाहिए. अपनी व्यक्तिगत और पारिवारिक जानकारी, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी फोटो आदि को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. मैसेज से प्राप्त अज्ञात लिंक को कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए. आजकल घरों में स्मार्ट टीवी और एलेक्सा जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है. जिसके कारण भी व्यक्तिगत गोपनीय जानकारी भी लीक हो जाती है. कोई भी व्यक्ति बड़े असानी से साइबर अपराध का शिकार हो जाता है.



EOU की साइबर क्राइम पर कार्यशाला: आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर अपराध पर रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार कोशिश की जा रही है. जिसे लेकर कई तरह के ऑनलाइन पोस्टर जारी करने के साथ-साथ कार्यशाला का आयोजन किया जाता है. सामाजिक संगठनों के सहयोग से विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है. एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आर्थिक अपराध इकाई प्रत्येक सप्ताह बुधवार को साइबर जागरूकता विषय पर कार्यशाला आयोजित करेगी. इस कार्यशाला में विशेष रूप से बैंकिंग साइबर फ्रॉड और सोशल मीडिया अपराधों पर प्रकाश से डालते हुए सीबीआई के पदाधिकारियों को जानकारी दी गई.

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