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BSSC Paper Leak: खुलासा करने वाले छात्र नेता दिलीप कुमार से EoU ने की पूछताछ

BSSC Paper Leak Case बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई काफी सक्रियता से जांच कर रही है. शुरुआती जांच में जो सामने निकल कर बात आई है कि मोतिहारी के शांतिनिकेतन जुबली स्कूल से क्वेश्चन पेपर लीक हुआ था. वहीं पटना के मुसल्लहपुर में सॉल्वर गैंग बैठे थे जिनके पास क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए पहुंचा. बताते चलें कि ईओयू ने इस मामले में कुल 5 लोगों को गिरफ्तारी की है और काफी तेजी से इस मामले में जांच चल रही है.

छात्र नेता दिलीप कुमार ईओयू ने बुलाया
छात्र नेता दिलीप कुमार ईओयू ने बुलाया
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Published : Dec 26, 2022, 8:47 PM IST

Updated : Dec 26, 2022, 8:59 PM IST

पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक केस में पूछताछ करने के लिए छात्र नेता दिलीप कुमार को आर्थिक अपराध ईकाई ने अपने ऑफिस में बुलाया है. दिलीप से EoU दफ्तर में पूछताछ की जा चुकी है. बाहर निकलकर छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि उनकी शिकायत पर आवेदन दर्ज हुआ था. उन्होंने कहा कि पेपर लीक केस में जो कुछ आरोप लगाए थे उसके बारे में ईओयू कार्यालय को जानकारी दी है. बता दें कि आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छात्र नेता से पूछा कि आपको कब वायरल पेपर मिला. इसका बाद उन्होंने इस पेपर को कहां-कहां भेजा? पेपर लीक केस से जुड़े मामले में छात्र नेता दिलीप ने कहा कि उनसे सामान्य पूछताछ हुई है. जो कुछ भी उनसे सवाल पूछा गया उसका उन्होंने जवाब दिया.


ये भी पढ़ें- BSSC Paper Leak: दारोगा का बेटा निकला मास्टरमाइंड, अब तक 5 गिरफ्तार


दिलीप ने ही EoU को भेजा था वायरल पेपर: इसी जांच के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई ने सोमवार शाम को छात्र नेता दिलीप कुमार को पूछताछ के लिए बुलाकर उनसे पूछताछ की. बताते चलें कि छात्र नेता दिलीप के पास 10:53 पर क्वेश्चन के फोटो वायरल होते हुए पहुंच गए थे और दिलीप ने मीडिया में साझा करने से पहले इसे आर्थिक अपराध इकाई को भेज दिया था. दिलीप से आर्थिक अपराध इकाई ने कुछ सवाल पूछे कि कब उन्हें वायरल क्वेश्चन पेपर मिला, इसके बाद उस पेपर को उन्होंने कहां-कहां भेजा. दिलीप की शिकायत पर ही आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की प्रारंभिक जांच की और जब वायरल क्वेश्चन पेपर सही पाया गया तो उस पर मामला दर्ज किया.


छात्र नेता दिलीप से पूछे सवाल: आर्थिक अपराध इकाई के सवालों का जवाब देकर निकलने के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई के सदस्यों ने उनसे कुछ सामान्य सवालों के जवाब मांगे और जो भी प्रश्न पूछे गए उसका उन्होंने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि वायरल क्वेश्चन पेपर मिलने के साथ ही सबसे पहले उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई को भेजा और एक जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभाया. छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि 28 दिसंबर को बीएसएससी अभ्यर्थी पेपर लीक मामले को लेकर ट्विटर ट्रेंड कराएंगे और 4 जनवरी को नए साल में पटना की सड़कों पर अभ्यर्थी आंदोलन करेंगे.


''अभ्यर्थियों का कहना है कि जिस परीक्षा के दौरान क्वेश्चन पेपर लीक हुए हैं उस परीक्षा को रद्द किया जाए. 8 साल की तैयारी के बाद अभ्यर्थियों को अगर यह सिला मिल रहा है तो इसके लिए अभ्यर्थियों को अगली परीक्षा के लिए कुछ आर्थिक कंपनसेशन किया जाए. इसके साथ ही इस पूरे मामले के साथ-साथ बीपीएससी पेपर लीक की सीबीआई जांच कराई जाए.'' -दिलीप कुमार, छात्र नेता

BSSC Paper Leak मामले में आर्थिक अपराध इकाई को 2 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य अभियुक्त परीक्षार्थी अजय कुमार और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है. अजय के पिता दारोगा हैं और बेतिया थाने में पदस्थापित (Bettiah sub inspector son ajay) हैं. बता दें कि बीएसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र प्रसारित होने के मामले की जांच मिलने के बाद ईओयू ने शुक्रवार को ही प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस मामले में अबतक पांच गिरफ्तारी हो चुकी है. अजय के कमरे में वीक्षण का कार्य करने वाले शिक्षक एसएन ज्योति भी हिरासत में हैं.

कब हुआ था पेपर लीकः बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिले के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गयी है. शुक्रवार 23 दिसंबर को प्रथम शिफ्ट की परीक्षा के दौरान कुछ प्रश्न पेपर के फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हुए. परीक्षा देकर बाहर निकलने के बाद जब इसका मिलान किया तो सभी छात्रों ने बताया कि प्रश्न हूबहू यही थे.

पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक केस में पूछताछ करने के लिए छात्र नेता दिलीप कुमार को आर्थिक अपराध ईकाई ने अपने ऑफिस में बुलाया है. दिलीप से EoU दफ्तर में पूछताछ की जा चुकी है. बाहर निकलकर छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि उनकी शिकायत पर आवेदन दर्ज हुआ था. उन्होंने कहा कि पेपर लीक केस में जो कुछ आरोप लगाए थे उसके बारे में ईओयू कार्यालय को जानकारी दी है. बता दें कि आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छात्र नेता से पूछा कि आपको कब वायरल पेपर मिला. इसका बाद उन्होंने इस पेपर को कहां-कहां भेजा? पेपर लीक केस से जुड़े मामले में छात्र नेता दिलीप ने कहा कि उनसे सामान्य पूछताछ हुई है. जो कुछ भी उनसे सवाल पूछा गया उसका उन्होंने जवाब दिया.


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दिलीप ने ही EoU को भेजा था वायरल पेपर: इसी जांच के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई ने सोमवार शाम को छात्र नेता दिलीप कुमार को पूछताछ के लिए बुलाकर उनसे पूछताछ की. बताते चलें कि छात्र नेता दिलीप के पास 10:53 पर क्वेश्चन के फोटो वायरल होते हुए पहुंच गए थे और दिलीप ने मीडिया में साझा करने से पहले इसे आर्थिक अपराध इकाई को भेज दिया था. दिलीप से आर्थिक अपराध इकाई ने कुछ सवाल पूछे कि कब उन्हें वायरल क्वेश्चन पेपर मिला, इसके बाद उस पेपर को उन्होंने कहां-कहां भेजा. दिलीप की शिकायत पर ही आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की प्रारंभिक जांच की और जब वायरल क्वेश्चन पेपर सही पाया गया तो उस पर मामला दर्ज किया.


छात्र नेता दिलीप से पूछे सवाल: आर्थिक अपराध इकाई के सवालों का जवाब देकर निकलने के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई के सदस्यों ने उनसे कुछ सामान्य सवालों के जवाब मांगे और जो भी प्रश्न पूछे गए उसका उन्होंने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि वायरल क्वेश्चन पेपर मिलने के साथ ही सबसे पहले उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई को भेजा और एक जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभाया. छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि 28 दिसंबर को बीएसएससी अभ्यर्थी पेपर लीक मामले को लेकर ट्विटर ट्रेंड कराएंगे और 4 जनवरी को नए साल में पटना की सड़कों पर अभ्यर्थी आंदोलन करेंगे.


''अभ्यर्थियों का कहना है कि जिस परीक्षा के दौरान क्वेश्चन पेपर लीक हुए हैं उस परीक्षा को रद्द किया जाए. 8 साल की तैयारी के बाद अभ्यर्थियों को अगर यह सिला मिल रहा है तो इसके लिए अभ्यर्थियों को अगली परीक्षा के लिए कुछ आर्थिक कंपनसेशन किया जाए. इसके साथ ही इस पूरे मामले के साथ-साथ बीपीएससी पेपर लीक की सीबीआई जांच कराई जाए.'' -दिलीप कुमार, छात्र नेता

BSSC Paper Leak मामले में आर्थिक अपराध इकाई को 2 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य अभियुक्त परीक्षार्थी अजय कुमार और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है. अजय के पिता दारोगा हैं और बेतिया थाने में पदस्थापित (Bettiah sub inspector son ajay) हैं. बता दें कि बीएसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र प्रसारित होने के मामले की जांच मिलने के बाद ईओयू ने शुक्रवार को ही प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस मामले में अबतक पांच गिरफ्तारी हो चुकी है. अजय के कमरे में वीक्षण का कार्य करने वाले शिक्षक एसएन ज्योति भी हिरासत में हैं.

कब हुआ था पेपर लीकः बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिले के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गयी है. शुक्रवार 23 दिसंबर को प्रथम शिफ्ट की परीक्षा के दौरान कुछ प्रश्न पेपर के फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हुए. परीक्षा देकर बाहर निकलने के बाद जब इसका मिलान किया तो सभी छात्रों ने बताया कि प्रश्न हूबहू यही थे.

Last Updated : Dec 26, 2022, 8:59 PM IST
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