पटना: बीपीएससी 67वीं प्रतियोगिता परीक्षा पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) को बड़ी सफलता मिली है. ईओयू ने पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गया के राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल शक्ति कुमार ने जिस केंद्रीय कर्मी को सबसे पहले पेपर भेजा था, उसे ईओयू की टीम ने बोकारो से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कपिल देव है.
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BPSC पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार: आर्थिक अपराध इकाई द्वारा विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी से बचने के लिए कपिल देव यूपी से नेपाल भाग गया था. जब नेपाल में उसकी तलाश शुरू हुई तो झारखंड के बोकारो में उसने अपना ठिकाना बना लिया था. जांच टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर उसे पकड़ा है. हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी आर्थिक अपराध इकाई द्वारा नहीं की गई है.
आरोपी भी दे रहा था एग्जाम: जानकारी के अनुसार गया सेंटर पर प्रश्न पत्र पहुंचते ही शक्ति कुमार ने मोबाइल ऐप से प्रश्न पत्र स्कैन कर कपिल देव के पास भेजा था. जहां से उसने सर्कुलेट किया था. कपिल देव भी पीटी परीक्षा दे रहा था, उसका परीक्षा केंद्र डुमराव में था. कपील देव ने परीक्षा में शामिल होने के लिए जो फॉर्म भरा था, उसमें उसने इलाहाबाद का गलत पता दिया था.
काफी समय से चल रहा था फरार: आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बीपीएससी के पेपर लीक मामले में कपिल देव के जरिए ही बाकी लोगों तक पेपर पहुंचा था. मिल रही जानकारी के अनुसार कपिल देव इस खेल का पुराना आदमी रहा है. कपिल देव इलाहाबाद में केंद्र सरकार के एक कार्यालय में क्लर्क है और आर्थिक अपराध इकाई द्वारा लगातार इस पर दबिश बनाने के बाद से वह फरार चल रहा था.
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