पटना: बिहार में बिजली का दाम (Electricity Price In Bihar) बढ़ाने को लेकर रेगुलेटरी कमीशन जल्द ही सरकार को प्रस्ताव भेजने वाला है. बिजली रेट बढ़ाने को लेकर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि सब चीज का दाम बढ़ रहा है. लोगों का वेतन भी बढ़ा है, तो बढ़ना ही चाहिए. बिजेंद्र यादव ने कहा (Vijender Yadav statement) कि फिलहाल रेगुलेटरी कमीशन से प्रस्ताव नहीं आया है. सरकार के पास प्रस्ताव आएगा, सरकार तब देखेगी.
ये भी पढ़ें- बिजली बिल 1.85 लाख पहुंचा तो CM से माफी की गुहार लगाने पहुंचे मुंगेर के किशोरी शाह
बिजली का दाम बढ़ाने पर ऊर्जा मंत्री की प्रतिक्रिया: ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 'प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि जिसका भी ड्यूज है, उसका लाइन काटो. कहां से राशि आएगी. बिजली कंपनियों की ओर से 1 अप्रैल 2023 से 35 से 40 फीसदी बिजली महंगी करने का प्रस्ताव बिहार विद्युत विनियामक आयोग को दिए जाने की तैयारी है. आयोग इसके बाद जनसुनवाई करके फैसला लेगी और फिर सरकार के पास प्रस्ताव भेजेगी. लेकिन ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने जिस प्रकार से बयान दिया है लोगों को बड़ा झटका 2023 में लग सकता है.
"वही नियम कानून ही है. प्रधानमंत्री बार-बार करते हैं कि जिसका बिल है, उसको काटो, पैसा कहां से लाएगा. रेट बढ़ाना ही चाहिए. हर चीज का रेट बढ़ा है. दरमाहा नहीं बढ़ा है लोगों का. अभी रिपोर्ट नहीं आई है सरकार के पास. रिपोर्ट आते ही सरकार देखेगी."- विजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री
बिजली बिल आम लोगों के लिए बना सिरदर्द: बिहार में बिजली बिल आम लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है. विभाग द्वारा गलत बिल भेज दिया जाता है. इस बात को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सदन में स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि पहले वाले मीटर से लोगों को गलत बिल भेजे जा रहे थे और इसलिए अब स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है. नीतीश ने सदन में कहा कि आम लोगों को बिजली 4.50 रुपए प्रति यूनिट की दर से उपलब्ध कराई जा रही है.
गौरतलब है कि बिहार में ग्रामीण और शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली 6.05 रुपए प्रति यूनिट से लेकर 8.50 रुपए प्रति यूनिट की दर से दी जा रही है. बिजली बिल पर सरकार अनुदान देती है, जिसके बाद बिजली दर 2.17 रुपए प्रति यूनिट से लेकर 6.77 रुपए प्रति यूनिट रह जाता है.
ये भी पढ़ें- पटना में बिजली बिल के नाम पर साइबर फ्रॉड, उपभोक्ताओं का डेटा लीक