पटना: पटना-बक्सर फोरलेन में बिहटा के कोइलवर से सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल, अपर समाहर्ता पटना द्वारा बिहटा के परेव स्थित मीना सिंह द्वारा खरीदी गई जमीन की जमाबंदी रद्द करते हुए उस जमीन पर अतिक्रमण किए गए लोगों को जबरन हटा दिया गया है.
पहले ही दिया गया था नोटिस
बता दें कि अतिक्रमित जमीन को खाली करने के लिए अंचलाधिकारी ने पहले ही लोगों को नोटिस भिजवा दिया था. लेकिन, वे लोग हटने को राजी नहीं थे. इसके बाद अपर समाहर्ता और बिहटा पुलिस की टीम ने जेसीबी और पोकलेन मशीन लगाकर अतिक्रमणकारियों से जबरन जमीन खाली करवा दिया. अब इस जमीन का उपयोग सरकार सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ के लिए करेगी. वहीं शेष बची जमीन सरकारी संपत्ति मानी जाएगी.
कोर्ट में चल रहा था केस
गौरतलब है कि इस जमीन के अधिपत्य के बाबत कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था. जिसमें फैसला सरकार के पक्ष में हो गया. यह जमीन मीना सिंह के नाम से खरीदी गई थी, जो लगभग 5 बीघा थी.
दल-बल के साथ पहुंची पुलिस
पटना से भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल मंगाया गया था, जिससे अतिक्रमण के दौरान अगर कोई अशांति फैले तो उसे नियंत्रित किया जा सके. आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि वे पास की चिमनी भट्ठी में वर्षों से काम कर रहे हैं और यहीं झोपड़ी बनाकर रहते थे. मगर कंपनी वालों ने बिना बताए ही तोड़-फोड़ शुरू कर दी.
मामले पर बोले बिहटा सीओ
बिहटा सीओ का कहना है कि पर अपर समाहर्ता पटना के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया है. यहां पर वर्षों से लोग अतिक्रमण जमा हुए थे. पता चले कि इस तरह के अभी और दर्जनों एकड़ जमीन की जमाबंदी कायम है, जो सरकारी भूमि है अगर जांच हुई तो कई और जमीन सरकारी निकलेंगे.