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बिहटा में सरकारी जमीन से हटाया गया अतिक्रमण, स्थानीय लोगों में आक्रोश

आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि वे  पास की चिमनी भट्ठी में वर्षों से काम कर रहे हैं और यहीं झोपड़ी बनाकर रहते थे. मगर कंपनी वालों ने बिना बताए ही तोड़-फोड़ शुरू कर दी.

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Published : Mar 30, 2019, 11:51 AM IST

जेसीबी की मदद से हटाया गया अतिक्रमण

पटना: पटना-बक्सर फोरलेन में बिहटा के कोइलवर से सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल, अपर समाहर्ता पटना द्वारा बिहटा के परेव स्थित मीना सिंह द्वारा खरीदी गई जमीन की जमाबंदी रद्द करते हुए उस जमीन पर अतिक्रमण किए गए लोगों को जबरन हटा दिया गया है.

पहले ही दिया गया था नोटिस
बता दें कि अतिक्रमित जमीन को खाली करने के लिए अंचलाधिकारी ने पहले ही लोगों को नोटिस भिजवा दिया था. लेकिन, वे लोग हटने को राजी नहीं थे. इसके बाद अपर समाहर्ता और बिहटा पुलिस की टीम ने जेसीबी और पोकलेन मशीन लगाकर अतिक्रमणकारियों से जबरन जमीन खाली करवा दिया. अब इस जमीन का उपयोग सरकार सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ के लिए करेगी. वहीं शेष बची जमीन सरकारी संपत्ति मानी जाएगी.

अतिक्रमण हटाते सरकारी लोग

कोर्ट में चल रहा था केस
गौरतलब है कि इस जमीन के अधिपत्य के बाबत कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था. जिसमें फैसला सरकार के पक्ष में हो गया. यह जमीन मीना सिंह के नाम से खरीदी गई थी, जो लगभग 5 बीघा थी.

दल-बल के साथ पहुंची पुलिस
पटना से भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल मंगाया गया था, जिससे अतिक्रमण के दौरान अगर कोई अशांति फैले तो उसे नियंत्रित किया जा सके. आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि वे पास की चिमनी भट्ठी में वर्षों से काम कर रहे हैं और यहीं झोपड़ी बनाकर रहते थे. मगर कंपनी वालों ने बिना बताए ही तोड़-फोड़ शुरू कर दी.

मामले पर बोले बिहटा सीओ
बिहटा सीओ का कहना है कि पर अपर समाहर्ता पटना के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया है. यहां पर वर्षों से लोग अतिक्रमण जमा हुए थे. पता चले कि इस तरह के अभी और दर्जनों एकड़ जमीन की जमाबंदी कायम है, जो सरकारी भूमि है अगर जांच हुई तो कई और जमीन सरकारी निकलेंगे.

पटना: पटना-बक्सर फोरलेन में बिहटा के कोइलवर से सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल, अपर समाहर्ता पटना द्वारा बिहटा के परेव स्थित मीना सिंह द्वारा खरीदी गई जमीन की जमाबंदी रद्द करते हुए उस जमीन पर अतिक्रमण किए गए लोगों को जबरन हटा दिया गया है.

पहले ही दिया गया था नोटिस
बता दें कि अतिक्रमित जमीन को खाली करने के लिए अंचलाधिकारी ने पहले ही लोगों को नोटिस भिजवा दिया था. लेकिन, वे लोग हटने को राजी नहीं थे. इसके बाद अपर समाहर्ता और बिहटा पुलिस की टीम ने जेसीबी और पोकलेन मशीन लगाकर अतिक्रमणकारियों से जबरन जमीन खाली करवा दिया. अब इस जमीन का उपयोग सरकार सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ के लिए करेगी. वहीं शेष बची जमीन सरकारी संपत्ति मानी जाएगी.

अतिक्रमण हटाते सरकारी लोग

कोर्ट में चल रहा था केस
गौरतलब है कि इस जमीन के अधिपत्य के बाबत कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था. जिसमें फैसला सरकार के पक्ष में हो गया. यह जमीन मीना सिंह के नाम से खरीदी गई थी, जो लगभग 5 बीघा थी.

दल-बल के साथ पहुंची पुलिस
पटना से भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल मंगाया गया था, जिससे अतिक्रमण के दौरान अगर कोई अशांति फैले तो उसे नियंत्रित किया जा सके. आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि वे पास की चिमनी भट्ठी में वर्षों से काम कर रहे हैं और यहीं झोपड़ी बनाकर रहते थे. मगर कंपनी वालों ने बिना बताए ही तोड़-फोड़ शुरू कर दी.

मामले पर बोले बिहटा सीओ
बिहटा सीओ का कहना है कि पर अपर समाहर्ता पटना के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया है. यहां पर वर्षों से लोग अतिक्रमण जमा हुए थे. पता चले कि इस तरह के अभी और दर्जनों एकड़ जमीन की जमाबंदी कायम है, जो सरकारी भूमि है अगर जांच हुई तो कई और जमीन सरकारी निकलेंगे.

Intro:बिहटा के परेव में सरकारी जमीन पर से हटाया गया अतिक्रमण।


Body:पटना बक्सर फोरलेन में बिहटा के कोइलवर से सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ का रास्ता साफ हो गया है। अपर समाहर्ता पटना द्वारा बिहटा के परेव स्थित मीना सिंह द्वारा खरीदी गई जमीन की जमाबंदी रद्द करते हुए उस जमीन पर अतिक्रमण किए गए लोगों को जबरन हटा दिया गया है अतिक्रमित जमीन को खाली करने का नोटिस अंचलाधिकारी ने पहले ही लोगों को दे दिया था और वह लोग हटने को राजी नहीं थे इसी के मद्देनजर अपर समाहर्ता और बिहटा पुलिस की टीम ने जेसीबी और पोकलेन मशीन लगाकर अतिक्रमणकारियों से जमीन खाली करवा दिया। अब इस जमीन का उपयोग सरकार सोन नदी पर बनने वाले नए पुल के पहुंच पथ के लिए करेगी वहीं शेष बचे जमीन को सरकार अपने कब्जे में लेगी । गौरतलब है कि इस जमीन पर कोर्ट में परिवाद चल रहा था । जिसमें फैसला सरकार के पक्ष में हो गया यह जमीन मीना सिंह के नाम से खरीदी गई थी जो लगभग 5 बीघा था ।सुबह पटना से भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल मंगाया गया था जिससे अतिक्रमण के दौरान कोई अशांति नहीं फैले जमीन को व्हाट्सएप से चला रहे मजदूरों का आशियाना मिनटों में ध्वस्त हो गया गरीब अपने आशियाने को गुजरते देख नहीं पा रहे थे उन लोगों का कहना है कि वह लोग आसपास की चिमनी भट्ठा पर वर्षों से काम करते हैं और यही अपना झोपड़ा बनाकर रहते थे जिसे जबरन कंपनी वाले ने बिना बताए ही तोड़ने लगे ।


Conclusion:वहीं बिहटा सीओ का कहना है कि पर अपर समाहर्ता पटना के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया है जिस पर वर्षों से लोग अतिक्रमण जमा हुए थे पता चले कि इस तरह की अभी और दर्जनों एकड़ जमीन की जमाबंदी कायम है जो सरकारी भूमि है अगर जांच हुई तो कई और जमीन सरकारी में निकलेंगे।
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