पटना: बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक 5 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में सरकार के खिलाफ काली पट्टी लगाकर प्रदर्शन करेंगे. समान वेतन समान काम को लेकर नियोजित शिक्षकों का ये विरोध होगा. इस प्रदर्शन को लेकर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों का सम्मान होता है. ऐसे दिन इस तरह का आंदोलन करना उचित नहीं है.
बिहार प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष और बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कहा है कि 5 सितंबर को बिहार के लाखों शिक्षक आंदोलन करेंगे. 5 सितंबर को सभी प्राथमिक मध्य विद्यालय, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई ठप रहेगी. ना तो स्कूल में खाना बनेगा और ना ही पढ़ाई होगी.
गांधी मैदान में शिक्षक करेंगे प्रदर्शन
ब्रजनंदन शर्मा ने कहा कि शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि पटना के गांधी मैदान में उस दिन लाखों शिक्षक जुटेंगे और अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर धरना देंगे. बता दें कि बिहार के नियोजित शिक्षक लगातार सरकार से समान काम समान वेतन की मांग कर रहे हैं. साथ ही पुराने शिक्षकों की तरह ही सेवा शर्त नियोजन इकाई से बाहर स्थानांतरण की सुविधा और वेतन संरक्षण की मांग भी कर रहे हैं.
समान काम समान वेतन की मांग
इनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन योजना का लाभ, वेतन निर्धारण की विसंगति को दूर करना, पहले की तरह मृत शिक्षकों के अप्रशिक्षित आश्रितों के नियमों को शिथिल कर अनुकंपा का लाभ देना, सभी नियोजित शिक्षकों को ग्रुप बीमा और सामान्य भविष्य निधि योजना का लाभ देना, शहरी क्षेत्र में कार्यरत सभी नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षकों की तरह शहरी परिवहन भत्ता का लाभ देना आदि मांगें शामिल हैं.
![employed teachers willprotest in Gandhi Maidan in Patna on 5 September](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4254757_teachers.jpg)
शिक्षक पीछे हटने को तैयार नहीं
इधर, बिहार के शिक्षा मंत्री ने नियोजित शिक्षकों से ऐसा कोई हड़ताल या आंदोलन न करने की अपील की है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों का सम्मान होता है और ऐसे दिन इस तरह का कोई भी आंदोलन करना उचित नहीं है. अब देखना होगा कि 5 सितंबर को गांधी मैदान में शिक्षकों के प्रदर्शन को सरकार किस तरह से नियंत्रित कर पाती है क्योंकि शिक्षक अपने आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं है. शिक्षक संघर्ष समिति का कहना है कि 5 सितंबर के आंदोलन को लेकर वे शिक्षा विभाग को मांग पत्र सौंप चुके हैं.