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पटना में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तटबंध मरम्मती की तैयारी, अधिकारियों को दिये गये निर्देश

बिहार में राज्य सरकार के द्वारा बाढ़ से बचने के लिए निरंतर प्रयास (State Government Avoid floods In patna) किया जाता है लेकिन हर बार सरकार नाकामयाब साबित होती है. क्योंकि बाढ़ की विभीषिका से पूरा राज्य तबाह होता है. तटबंध के मरम्मत के लिए राज्य सरकार जल संसाधन विभाग के द्वारा सर्वे करवा रही है. पढ़ें पूरी खबर

पटना में बाढ़
पटना में बाढ़
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Published : May 20, 2022, 3:16 PM IST

पटना: बिहार के पटना में बाढ़ आने से पहले प्रभावित क्षेत्रों (State Government avoid flood In bihar) में तटबंध की मरम्मती की तैयारी जोरों पर चल रही है. बाढ़ से बचने के लिए राज्य सरकार के द्वारा हरसंभव तैयारी की जा रही है. राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग के द्वारा ग्रामीण इलाकों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आकलन किया जा रहा है. इसके बाद पूरे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची तैयार की जाएगी. पूरे जिले में जहां जहां तटबंध के मरम्मत की जरूरत है वहां मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है.


ये भी पढ़ें: बाढ़ से बिहार को करोड़ों का नुकसान, बड़े पैमाने पर पुल पुलिया और सड़क ध्वस्त


6 नदियां करती हैं तबाही: बता दें कि पटना के ग्रामीण इलाकों में 6 नदियां अपनी बाढ़ विभीषिका से हर साल हजारों परिवार तबाह कर देती है. ऐसे में इस वर्ष सरकार के द्वारा बाढ़ से पहले प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर सर्वे करवाया जा रहा है. सर्वे के अनुसार चिन्हित किये गए तटबंध की मरम्मत की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. ऐसे में पटना के ग्रामीण इलाके में मसौढ़ी अनुमंडल के दरधा, पुनपुन, मोरहर, कररूआ, एवं भूतही नदी के विभिन्न तटबंधों पर कटाव रोधी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. पुनपुन नदी के किनारे रहने वाले गांव सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. वहीं दरधा और मोरहर नदी के किनारे पर बसे हुए गांव प्रभावित होते हैं. हर साल बाढ़ आने पर हजारों एकड़ में लगी हुई फसल बर्बाद हो जाती है. सैकड़ों परिवार इस बाढ़ की विभीषिका से बेघर हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें: Bihar Flood: हर साल हजारों-करोड़ खर्च, फिर भी क्यों थम नहीं रही तबाही की बाढ़!


तटबंधों की मरम्मती का कार्य शुरू: ऐसे में जल संसाधन विभाग के द्वारा बाढ़ से पहले सभी तटबंधों के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. ताकि बाढ़ आने पर किसी को कोई भी समस्या ना होने पाये. मसौढ़ी के धनरूआ में वीर के इमलिया मोड़, धमौल, सतपरसा, बहरामपुर पंचायत के पिपलावां, दौलता, कुशवन, कोल्हाचक आदि जैसे गांव सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित रहते हैं. इस स्थिति में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि इस बार बाढ़ से पहले मुकम्मल तैयारियां की जा रहीं हैं. इस बार कहीं भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.

सांसद ने अधिकारियों को दिये निर्देश: पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव (Patliputra MP) ने जल संसाधन विभाग को बाढ़ से पहले सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सभी तटबंध पर कटावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर चलाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर सभी तटबंध के मुकम्मल तैयारी करने के लिए अपने सारी टीम को लगाए हुए हैं.

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पटना: बिहार के पटना में बाढ़ आने से पहले प्रभावित क्षेत्रों (State Government avoid flood In bihar) में तटबंध की मरम्मती की तैयारी जोरों पर चल रही है. बाढ़ से बचने के लिए राज्य सरकार के द्वारा हरसंभव तैयारी की जा रही है. राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग के द्वारा ग्रामीण इलाकों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आकलन किया जा रहा है. इसके बाद पूरे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची तैयार की जाएगी. पूरे जिले में जहां जहां तटबंध के मरम्मत की जरूरत है वहां मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है.


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6 नदियां करती हैं तबाही: बता दें कि पटना के ग्रामीण इलाकों में 6 नदियां अपनी बाढ़ विभीषिका से हर साल हजारों परिवार तबाह कर देती है. ऐसे में इस वर्ष सरकार के द्वारा बाढ़ से पहले प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर सर्वे करवाया जा रहा है. सर्वे के अनुसार चिन्हित किये गए तटबंध की मरम्मत की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. ऐसे में पटना के ग्रामीण इलाके में मसौढ़ी अनुमंडल के दरधा, पुनपुन, मोरहर, कररूआ, एवं भूतही नदी के विभिन्न तटबंधों पर कटाव रोधी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. पुनपुन नदी के किनारे रहने वाले गांव सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. वहीं दरधा और मोरहर नदी के किनारे पर बसे हुए गांव प्रभावित होते हैं. हर साल बाढ़ आने पर हजारों एकड़ में लगी हुई फसल बर्बाद हो जाती है. सैकड़ों परिवार इस बाढ़ की विभीषिका से बेघर हो जाते हैं.

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तटबंधों की मरम्मती का कार्य शुरू: ऐसे में जल संसाधन विभाग के द्वारा बाढ़ से पहले सभी तटबंधों के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. ताकि बाढ़ आने पर किसी को कोई भी समस्या ना होने पाये. मसौढ़ी के धनरूआ में वीर के इमलिया मोड़, धमौल, सतपरसा, बहरामपुर पंचायत के पिपलावां, दौलता, कुशवन, कोल्हाचक आदि जैसे गांव सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित रहते हैं. इस स्थिति में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि इस बार बाढ़ से पहले मुकम्मल तैयारियां की जा रहीं हैं. इस बार कहीं भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.

सांसद ने अधिकारियों को दिये निर्देश: पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव (Patliputra MP) ने जल संसाधन विभाग को बाढ़ से पहले सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सभी तटबंध पर कटावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर चलाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर सभी तटबंध के मुकम्मल तैयारी करने के लिए अपने सारी टीम को लगाए हुए हैं.

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