पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग ने कमर कस ली है. चुनाव में इस्तेमाल होने वाले नए ईवीएम मशीनों के भंडारण के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. अगले सप्ताह में तमाम पुरानी ईवीएम मशीनों को निर्वाचन विभाग बेंगलुरु भेजेगा. ताकि नई ईवीएम मशीनों के भंडारण के लिए जगह बनाई जा सके. इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने दी.
एचआर श्रीनिवास ने बताया कि अगले 2 सप्ताह के भीतर राज्य के तमाम राजनीतिक दलों के साथ-साथ राष्ट्रीय दलों के साथ आयोग बैठक बुलाएगा. हालांकि ये बैठक सामान्य तौर पर हर 3 महीने के भीतर बुलाने का नियम है, लेकिन इस बार के राजनीतिक दलों के साथ बैठक को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
कोरोना महामारी से उत्पन्न हालात के बाद संक्रमण से बचाव और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना सबसे महत्वपूर्ण होगा. इस बैठक में सबसे ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर राजनीतिक गतिविधि पर चर्चा होने की संभावना है.
डिजिटल प्लेटफॉर्म के संवाद पर रहेगी नजर
वहीं, खर्च के ब्यौरा के सवाल पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किए जा रहे संवाद या अन्य चीजों पर भी आयोग निगरानी रखेगा. जिस तरह से जूम ऐप, फेसबुक या अन्य माध्यमों से राजनीतिक दलों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं और जनता से जुड़ने की शुरुआत कर दी गई है. आयोग इन तमाम माध्यमों पर किए जाने वाले खर्च का भी ब्यौरा सभी राजनीतिक पार्टियों से लेगा.
मुख्य चुनाव अधिकारी ने क्या कहा
हालांकि एचआर श्रिनिवास ने बताया कि अभी तक मुख्य चुनाव आयोग के द्वारा किसी भी तरह का दिशा निर्देश नहीं जारी किया गया है. गौरतलब है कि 2 दिन पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राज्य के सभी डीएम और एसपी के साथ चुनाव की तैयारी पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी. जानकारी यह भी है कि जल्द ही राज्य के सभी आला अफसरों के साथ चुनाव में अधिकारियों की बैठक होगी.