पटनाः कोरोना महामारी के दौरान बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने छात्रों के भविष्य की चिंता करते हुए सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को आयोजित कराने के पक्ष में बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं होनी चाहिए क्योंकि यह छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
12वीं की परीक्षा पर रक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 10 वीं और 12वीं की परिक्षाएं बच्चों के भविष्य के लिए अहम होती हैं. जिनके प्राप्तांक कई संस्थानों और प्रतियोगी परीक्षाओं पर असर डालते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं के नतीजे विद्यार्थी के जीवन में लंबे समय तक प्रासंगिक रहते हैं. हालांकि मौजूदा हालात में ऐसा नहीं हो सकता. लेकिन एक संभावित तारीखों की घोषणा की जानी चाहिए.
'हमने बैठक में कहा है कि परीक्षा जरूर होनी चाहिए. कोरोना संक्रमण के वर्तमान काल में परीक्षा तत्काल आयोजित करना संभव नहीं होगा लेकिन कुछ दिनों बाद की एक तारीख (टेंटेटिव) जरूर घोषित कर देनी चाहिए'- विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री
15 जुलाई से 26 अगस्त तक परीक्षाएं कराने का प्रस्ताव
जानकारी के मुताबिक CBSE ने परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच कराने और परिणाम सितंबर में घोषित करने का प्रस्ताव रखा है. बोर्ड ने दो विकल्पों का प्रस्ताव दिया. जिसमें अधिसूचित केंद्रों पर 19 प्रमुख विषयों की नियमित परीक्षा ली जाए या छात्रों के पंजीकरण वाले स्कूलों में लघु अवधि की परीक्षाएं ली जाएं.
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