पटना: बिहार में शिक्षकों की हड़ताल का आज 64वां दिन है. एक तरफ शिक्षक हड़ताल पर डटे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ सरकार की तरफ से वार्ता की कोई पहल नहीं हो रही है. शिक्षकों की हड़ताल और सरकार के रुख को लेकर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
'ये हड़ताल कहीं से उचित नहीं'
कोरोना महामारी को देखते हुए शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने शिक्षकों से तुरंत काम पर लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह कोई वक्त नहीं जब आप वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार से वार्ता की उम्मीद करें. इस वक्त लोग बीमारी से जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार पर लोगों की जान बचाने का दबाव है. दूसरी तरफ शिक्षक ऐसी मुसीबत की घड़ी में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करें, ये कहीं से उचित नहीं है.
'मदद के लिए आना चाहिए आगे'
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की हर तरह से मदद की जा रही है. ऐसी मुश्किल घड़ी में अगर हमारे लिए नहीं तो कम से कम मानवता के लिए ही काम पर लौट आइए. शिक्षा मंत्री ने बार-बार ये अपील दोहराई की मुसीबत के वक्त शिक्षकों को वेतन वृद्धि की मांग के बजाय सरकार और लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए.
17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर शिक्षक
बता दें कि बिहार में लाखों नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. वहीं, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े हजारों शिक्षक 25 फरवरी से हड़ताल पर हैं. हड़ताली शिक्षक पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान, पुराने शिक्षकों की तरह सेवा शर्त और राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं.