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ED ने जब्त की रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर की 3.44 करोड़ की संपत्ति, आय से अधिक संपत्ति का मामला - पटना

ईडी की पूछताछ में पता चला है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव ने तैनाती के दौरान मालगाड़ी के खराब डिब्बों और अन्य कलपुर्जों की कीमत कम दिखाकर ठेकेदार को फायदा पहुंचाते रहे. पटना के महारानी स्टील्स के प्रोपराइटर देवेश कुमार के साथ मिलकर उन्होंने रेलवे को करोड़ों की चपत लगाई.

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Published : Sep 28, 2021, 9:19 PM IST

पटना: आय से अधिक संपत्ति मामले में रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव के खिलाफ ईडी (ED) ने बड़ा एक्शन लेते हुए उनकी 3.44 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया है. दरअसल सीबीआई (CBI) की टीम के द्वारा रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामला दर्ज किया गया था. पूर्व रेलवे जमालपुर के तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर के खिलाफ ईडी ने स्क्रैप बेचने का मामला दर्ज किया था. यह मामला पिछले 3 साल पहले 9 फरवरी 2018 को ही दर्ज किया गया था.

ये भी पढ़ें: पूर्व MLA ददन पहलवान पर ED का शिकंजा, जमीन-गाड़ी और कई संपत्ति अटैच

वहीं, ईडी ने इस मामले को अपने पास लेने के बाद 28 फरवरी 2020 को नए सिरे से केस दर्ज कर तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव और मेससे महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार नाक के नाम आने के बाद उन्हें भी गिरफ्तार किया गया था. दरअसल इन दोनों अभियुक्तों पर आरोप है कि रेलवे के स्क्रैप को मोटी रकम में लेकर महारानी स्टील को औने-पौने दाम में बेच दिया गया था. जिसके कारण रेलवे को 34 करोड़ का नुकसान हुआ था.

आपको बता दें कि पूछताछ के बाद तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव और महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसी कड़ी में ईडी द्वारा मंगलवार को उनके 3.44 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है. दरअसल कंपनी के फाइनेंसर ने ईडी को बताया था कि स्क्रैप को खरीदने के लिए रेलवे के पदाधिकारियों को मोटी रकम दी गई थी.

ये भी पढ़ें: ED ने बिल्डर अनिल सिंह और इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद को 5 दिनों की रिमांड पर लिया

चंदेश्वर प्रसाद यादव वर्ष 2013 से 2017 तक जमालपुर स्थित रेल कारखाना में सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रद्द मालगाड़ी के डिब्बे) के पद पर तैनात थे. ईडी के मुताबिक इस दौरान उन्होंने अथाह संपत्ति अर्जित की. ये संपत्ति खुद, पत्नी उर्मिला देवी, बेटा भरत भूषण और शशि भूषण के नाम पर है. उनके द्वारा अर्जित संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 3 करोड़ रुपए से ज्यादा की है.

पटना: आय से अधिक संपत्ति मामले में रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव के खिलाफ ईडी (ED) ने बड़ा एक्शन लेते हुए उनकी 3.44 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया है. दरअसल सीबीआई (CBI) की टीम के द्वारा रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामला दर्ज किया गया था. पूर्व रेलवे जमालपुर के तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर के खिलाफ ईडी ने स्क्रैप बेचने का मामला दर्ज किया था. यह मामला पिछले 3 साल पहले 9 फरवरी 2018 को ही दर्ज किया गया था.

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वहीं, ईडी ने इस मामले को अपने पास लेने के बाद 28 फरवरी 2020 को नए सिरे से केस दर्ज कर तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव और मेससे महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार नाक के नाम आने के बाद उन्हें भी गिरफ्तार किया गया था. दरअसल इन दोनों अभियुक्तों पर आरोप है कि रेलवे के स्क्रैप को मोटी रकम में लेकर महारानी स्टील को औने-पौने दाम में बेच दिया गया था. जिसके कारण रेलवे को 34 करोड़ का नुकसान हुआ था.

आपको बता दें कि पूछताछ के बाद तत्कालीन सेक्शन इंजीनियर चंदेश्वर प्रसाद यादव और महारानी स्टील के मालिक देवेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसी कड़ी में ईडी द्वारा मंगलवार को उनके 3.44 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है. दरअसल कंपनी के फाइनेंसर ने ईडी को बताया था कि स्क्रैप को खरीदने के लिए रेलवे के पदाधिकारियों को मोटी रकम दी गई थी.

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चंदेश्वर प्रसाद यादव वर्ष 2013 से 2017 तक जमालपुर स्थित रेल कारखाना में सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रद्द मालगाड़ी के डिब्बे) के पद पर तैनात थे. ईडी के मुताबिक इस दौरान उन्होंने अथाह संपत्ति अर्जित की. ये संपत्ति खुद, पत्नी उर्मिला देवी, बेटा भरत भूषण और शशि भूषण के नाम पर है. उनके द्वारा अर्जित संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 3 करोड़ रुपए से ज्यादा की है.

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