पटना : बिहार में कमजोर मानसून के कारण सुखाड़ की स्थिति बनती जा रही है. मानसून के रूठ जाने से कृषि कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. इसको लेकर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि 1 जून से 1 अगस्त तक 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है. मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को लेकर समीक्षा बैठक की है. कई तरह की सुविधाएं सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई है.
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बारिश नहीं होने से पानी की कमी : मंत्री संजय झा ने कहा कि जल संसाधन विभाग की ओर से सोन नहर, गंडक नहर और कोशी में हम लोग मैक्सिमम पानी पहुंचा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने भी समीक्षा की थी, लेकिन दक्षिण बिहार में हम लोगों को समस्या हो रही है. वहां विकट स्थिति है. बारिश ही नहीं हुई है तो जलाशय में पानी कहां से रहेगा. अब सिर्फ 15 प्रतिशत पानी बचा है. वहीं बारिश को लेकर उन्होंने कहा कि आईएमडी की ओर से प्रिडिक्शन तो लगातार हो रहा है कि बारिश होगी, लेकिन बारिश हो नहीं रही है.
"सुखाड़ को लेकर हमलोग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. जल संसाधन का जो लक्ष्य था, उसमें हमलोग 80 प्रतिशत तक पानी पहुंचा चुके हैं. वहीं सरकार को जो मदद करनी है, कृषि फीडर के तहत 8 से 12 घंटा बिजली दे रहे हैं. साथ ही हमलोग इंतजार भी कर रहे हैं बारिश का. क्योंकि कई जगह बिहार में लेट खेती भी होती है. इसलिए अभी सिर्फ नजर रखे हुए हैं."- संजय झा, मंत्री, जल संसाधन
8 से 12 घंटे दी जा रही बिजली : जल संसाधन मंत्री ने कहा कि हम लोग नहरों के द्वारा जहां तक संभव है, पानी पहुंचा रहे हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा बड़े इलाके में पानी पहुंचाया जा रहा है. बाणसागर में भी मैक्सिमम पानी ले रहे हैं. इसमें भी 17-18 दिन का पानी ही बचा हुआ है. यहां सुखाड़ की स्थिति तो है ही, मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद कई तरह की घोषणाएं भी की है. 8 घंटे से 12 घंटे किसानों बिजली दी जा रही है.
सुखाड़ में भी शुरू की गई नाइट पेट्रोलिंग : संजय झा ने कहा कि पहली बार हम लोग नहर में नाइट पेट्रोलिंग करवा रहे है. पहले यह काम फ्लड में होता था. उसका फायदा यह है कि ऊपर के इलाके में जो लोग पानी बांध लेते है वो ऐसा नहीं कर पाएंगे और निचले इलाके के लोगों को फायदा होगा. केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई मदद नहीं हो रही है. एक तरफ तो सुखाड़ है. दूसरी तरफ गंगा में कटाव भी हो रहा है. क्या सुखाड़ घोषित हो सकता है. इस पर संजय झा ने कहा कि हम लोग नजर बनाए हुए हैं.