पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद से ही ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं. जदयू ने इस बार राजद को झटका दिया है. इसी क्रम में कुम्हरार विधानसभा (Kumhrar Assembly) के पूर्व प्रत्याशी डॉ. धर्मेंद्र शनिवार को अपने समर्थकों के साथ जदयू में शामिल (Dharmendra Joined JDU) हो गये. उन्हें ललन सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई.
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जदयू में शामिल होने पर डॉ धर्मेंन्द्र ने कहा कि पिछले 25 सालों से बिहार में विकास का काम कर रहा हूं. नीतीश कुमार के कार्यों से प्रभावित होकर जदयू परिवार में शामिल हुआ. इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार और जदयू के कई बड़े नेता मौजूद रहे.
जदयू की सदस्यता लेने पर डॉ धर्मेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामों से प्रभावित होकर मैने जदयू की सदस्यता ली. उन्होंने कहा कि राजद परिवारवाद की पार्टी हो गयी है. उसमें आजादी के साथ काम नहीं किया जा सकता. इसलिए राजद को छोड़ कर अब जदयू परिवार के साथ काम करूंगा.
इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि जब बिहार और झारखंड का बंटवारा हुआ तो लोग कहते थे कि बिहार में सिर्फ आलू, लालू और बालू बचा है. नीतीश कुमार ने जब 2007 में मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया, उसके बाद से विकास का काम शुरू हुआ. बिहार के लोगों की सोच और मानसिकता बदल गयी. नीतीश कुमार हमेशा लोगों के लिए सोचते हैं. जिससे वह लोकप्रिय हैं.
डॉ. धर्मेंद्र के जदयू परिवार में शामिल होने पर उन्होंने शुभकामना दी और उन्होंने कहा कि जदूय एक ऐसी पार्टी है जो सबके साथ और सबके विकास की नीति पर चलती है. राजद को छोड़ कर जदयू परिवार में शामिल होने पर डॉ. धर्मेंद्र बधाई के पात्र हैं. उनको यहां पर पूरी आजादी मिलेगी और वह नीतीश कुमार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करें और पार्टी के दायित्व को संभाले.
2020 में हुए विधानसभा के चुनाव के बाद से जदयू नेता पार्टी को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में जुटे हैं. इसका जिम्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के कंधों पर पर है. ललन सिंह दूसरे दलों के नेताओं को भी जदयू में शामिल कराकर पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में पिछले 25 वर्षों से राजद में रहें डॉ धर्मेंद्र जदयू में शामिल हुए.
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