पटना: देशभर के अस्पताल जहां आज के समय में साफ-सफाई से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं को बढ़ाने में जुटे हैं. वहीं, पीएमसीएच में शनिवार के दिन एक बड़ा ही अमानवीय चेहरा देखने को मिला है. शनिवार के दिन पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एंबुलेंस में पड़े लावारिस शव को कुत्ते नोच कर खाते हुए नजर आए.
इस पूरे मामले में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक का कहना है कि यह पुराना वीडियो है और इस वीडियो के सामने आने के बाद उन्होंने पीएमसीएच के टीओपी के इंचार्ज को उन्होंने बुलाया और मामले से अवगत कराया है. इसके बाद उन्होंने उस जगह को जाकर देखने के बाद पाया कि यह अभी की स्थिति नहीं है.
अधीक्षक ने कहा कि कुछ लोग इस प्रकार के वीडियो वायरल कर भ्रामक स्थिति पैदा करना चाह रहे हैं, जो कि सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि पूर्व में इस तरह के मामले आए थे और लावारिस लाश के पास कुत्ते के मंडराते रहने का कोई नया मामला नहीं है और लावारिस कुत्ते पूरे पटना की समस्या हैं. कुत्तों को हटाए जाने और ऐसा मामला कभी दोबारा न हो, इसको लेकर पीएमसीएच सतर्क है.
हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह आज की ही घटना है. इस वीडियो को पीएमसीएच के स्टाफ ने ही बनाया है और उसका कहना है कि जब मामला मीडिया में सामने आने लगा, तब पीएमसीएच हरकत में आया और ऐसे समय में अस्पताल की ज्यादा बदनामी न हो इसको लेकर मामले की लीपापोती में जुट गया.
स्टाफ ने कहा शनिवार का है मामला
पहचान न उजागर होने की शर्त पर पीएमसीएच के स्टाफ ने बताया कि एंबुलेंस में लावारिस लाश पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा था और एंबुलेंस के ड्राइवर एंबुलेंस का गेट खोल कर गायब हो गया था. लाश के साथ किसी का न होने के कारण कोई कागजी प्रमाण नहीं थे. इस कारण पोस्टमार्टम हाउस में भी बॉडी को नहीं लाया जा सकता था . उसने बताया कि लाश एंबुलेंस में पड़ी थी, इस दौरान कुत्ते उसे नोच कर खा रहे थे.
(नोट- अस्पताल के स्टाफ ने अपना अलग बयान दिया है, तो वहीं पीएमसीएच अधीक्षक ने इस मामले को सिरे से नकार दिया है. खबर में लगाया गया वीडियो को पारदर्शिता लाने कि लिए प्रयोग में लाया गया है. ईटीवी भारत इसकी पुष्टी नहीं करता.)