ETV Bharat / state

NMCH में परिजनों और चिकित्सकों के बीच हुई भिड़ंत, डॉक्टर बोले- जारी रहेगा हड़ताल

जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में व्यवस्था की कमी है. इसका खामियाजा डॉक्टरों को भुगतना पड़ रहा है. जब तक सुरक्षा नहीं दी जाएगी, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.

पटना
author img

By

Published : Nov 17, 2019, 12:36 PM IST

Updated : Nov 17, 2019, 1:46 PM IST

पटना: राजधानी का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल एनएमसीएच में जमकर हंगामा हुआ. शिशु विभाग में एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों और डॉक्टरों में भिड़ंत हो गई. इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है.

मामला एनएमसीएच का है. बताया जा रहा है कि यहां शिशु विभाग में 12 वर्षीय रजनीश नाम के एक बच्चे की मौत हो गई. उसके बाद बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान आक्रोशित परिजन और डॉक्टरों में भिड़ंत हो गई. इस घटना के बाद एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है.

पटना
जांच में जुटी पुलिस

'जारी रहेगा हड़ताल'
मृतक के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में खराब व्यवस्था और डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से बच्चे की मौत हुई है. वहीं, जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में व्यवस्था की कमी है. इसका खामियाजा डॉक्टरों को भुगतना पड़ रहा है. जब तक सुरक्षा नहीं दी जाएगी, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज में चल रहे हजारों फर्जी नर्सिंग होम्स, कम्पाउंडर भी बन बैठे हैं डॉक्टर

मरीजों को हो रही परेशानी

इस मामले में उपाधीक्षक गोपाल प्रसाद का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. अस्पताल में उत्पात और तोड़फोड़ करने वाले परिजनों पर कानूनी करवाई होगी. साथ ही डॉक्टरों के साथ बैठक कर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करने की कोशिश की जाएगी. हालांकि, डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पटना: राजधानी का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल एनएमसीएच में जमकर हंगामा हुआ. शिशु विभाग में एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों और डॉक्टरों में भिड़ंत हो गई. इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है.

मामला एनएमसीएच का है. बताया जा रहा है कि यहां शिशु विभाग में 12 वर्षीय रजनीश नाम के एक बच्चे की मौत हो गई. उसके बाद बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान आक्रोशित परिजन और डॉक्टरों में भिड़ंत हो गई. इस घटना के बाद एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है.

पटना
जांच में जुटी पुलिस

'जारी रहेगा हड़ताल'
मृतक के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में खराब व्यवस्था और डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से बच्चे की मौत हुई है. वहीं, जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में व्यवस्था की कमी है. इसका खामियाजा डॉक्टरों को भुगतना पड़ रहा है. जब तक सुरक्षा नहीं दी जाएगी, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज में चल रहे हजारों फर्जी नर्सिंग होम्स, कम्पाउंडर भी बन बैठे हैं डॉक्टर

मरीजों को हो रही परेशानी

इस मामले में उपाधीक्षक गोपाल प्रसाद का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. अस्पताल में उत्पात और तोड़फोड़ करने वाले परिजनों पर कानूनी करवाई होगी. साथ ही डॉक्टरों के साथ बैठक कर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करने की कोशिश की जाएगी. हालांकि, डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Intro:राजधानी का दूसरा बड़ा अस्पताल पटना सिटी के NMCH में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब शिशु विभाग में 12 वर्षीय किशोर रजनीश की मौत हो गई। बही किशोर की मौत के बाद डॉक्टर और मरीज परिजनों के बीच मार पीट (भिड़ंत )व झड़प के बाद हुआ हंगामा ,मौत के बाद अस्पताल परिसर में मरीज के परिजनों ने की जमकर तोड़फोड़ ।। Body:घटना के बाद NMCH के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल की घोषणा कर दी। बताया जाता है कि खुशरूपुर के रहने वाली शोभा देवी डेंगू से पीड़ित 14 किशोर रजनीश का इलाज कराने NMCH आये थे । जहां तीन दिनो से के शिशु विभाग उसका इलाज चल रहा था।परिजनों की माने तो अस्पताल में उसे समुचित व्यवस्था न मिलने और चिकित्सको की लापरवाही से उसके बच्चे की मौत हो गई। बही जूनियर चिकित्सक भी अस्पताल की व्यवस्था में कमी बताई हैऔर इसका खामयाजा अस्पताल के चिकित्सकों को भुगतना पड़ रहा है, चिकित्सको की मांग है कि जब तक उन्हें सुरक्षा नही दी जाएगी तब तक वे हड़तालजारी रखेंगे....Conclusion:इस मामले में उपाधीक्षक गोपाल प्रशाद का कहना था कि इस मामले की जाँच की जा रही है और अस्पताल में उत्पात और तोड़फोड़ करने वाले परिजनों पर करवाई कानूनी होगी। साथ ही चिकित्सको के साथ बैठक कर उन्हें हड़ताल खत्म कर अस्पताल की सेवा देने पर बात करेंगे,हालाकि अस्पताल आने और वहा भर्ती मरीजों का हड़ताल से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।।
Last Updated : Nov 17, 2019, 1:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.