पटना: जिले में टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों/जिला टास्क फोर्स के साथ बैठक की है. इस बैठक में हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और वैक्सीनेटर की लाइन लिस्टिंग जारी किया गया है.
टीका कर्मियों को समुचित प्रशिक्षण देने का सख्त निर्देश
जिलाधिकारी कुमार रवि ने कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए एक बैठक का आयोजन किया. यह बैठक हिंदी भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. इस बैठक में अधिकारियों को सक्रिय और तत्पर होकर पूरी जवाबदेही से टीकाकरण अभियान को सफल बनाने को लेकर निर्देश दिया गया.
सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर को दिया जाएगा टीका
इस बैठक में लोगों को अवगत कराया गया कि हेल्थ केयर वर्कर को सबसे पहले टीका दिया जाएगा. इसके लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के हेल्थ केयर वर्कर को सूचीबद्ध किया जा रहा है. इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में पैरामिलिट्री फोर्स/ पुलिस / नगर निगम/ जेल के कर्मियों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाएगा. इन विभागों के कर्मियों की लाइन लिस्टिंग करने के लिए संबंधित विभाग को ही निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही डाटाबेस तैयार किया जा रहा है.
टीकाकरण केंद्र पर होंगे तीन कक्ष
60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों और 50 वर्ष से 60 वर्ष के बीच रोगग्रस्त व्यक्तियों को चिन्हित कर टीकाकरण से आच्छादित किया जाएगा. जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को डेटाबेस तैयार करने और माइक्रोप्लान बनाकर टीकाकरण अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया है. टीकाकरण केंद्र पर तीन कक्ष होंगे. पहला वेटिंग रूम जिसमें व्यक्तियों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए बैठाया जाएगा. दूसरा टीकाकरण कक्ष जिसमें बारी-बारी से व्यक्ति जाकर टीका दिलाएंगे. तीसरा ऑब्जरवेशन कक्ष टीकाकरण के उपरांत इस कक्ष में वैक्सीन लिए व्यक्ति का 30 मिनट तक अवलोकन किया जाएगा.
सावधानी से अवगत कराने का निर्देश
टीका देने वालों में एएनएम, स्टाफ नर्स, डॉक्टर और सहयोगी के रुप में आशा, आंगनवाड़ी वर्कर और शिक्षक रहेंगे. आशा आंगनवाड़ी वर्कर और एएनएम का प्रशिक्षण प्रखंडों में जारी है. जिलाधिकारी ने सभी कर्मियों को वैक्सीन के तकनीकी पहलुओं और सावधानी से अवगत कराने का निर्देश दिया है. वहीं इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य अधिकारी और कर्मी जुड़े थे.