पटना: जिले के एन सिन्हा इंस्टिट्यूट में स्ट्रीट वेंडिंग दिवस पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर नगर निगम के कई कर्मचारी मौजूद रहे.
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में जो हमारे वेंडर हैं. हमारे मध्यवर्गी या शहरी जीवन में उसका काफी योगदान है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनकी महत्वाकांक्षी योजना स्वनिधि योजना के तहत जो हमारे वेंडर हैं उनको बैंक के सहयोग से लोन देकर और वैंडिंग जोन बनाकर काम दिया जाएगा. इससे उसे स्थायित्व मिलेगा. इससे वो रोजी रोटी भी कमा सकेंगे और समाज की सेवा भी कर सकेंगे.
बैंकर मीटिंग में योजनाओं को गंभीरता से लेने के निर्देश
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकर मीटिंग में भी इस योजनाएं को गम्भीरता से ली जाएगी. वेंडरों के लिए राशि उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार बाधा की उत्पन्न करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कई सालों से चल रहा है फुटपाथ पर दुकानदारी
बता दें कि फुटपाथ पर दुकानदारी का अस्तित्व कई सालों से चल रहा है. फुटपाथ दुकानदार शहरी गरीब जनसंख्या का वो भाग है जो एक सामान्य जीवन जीने के लिए रोजगार के अवसर निर्मित करते हैं. यह अपने मौलिक अधिकार का उपयोग करते हैं. 2014 में इसे राष्ट्रीय नीति कानून का रूप दिया गया और स्ट्रीट वेंडर आजीविका सरंक्षण रोजगार का विनिमय अधिनियम 2014 में लागू किया गया था.
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कार्यशील पूंजी के तहत 10 हजार रुपये देने का प्रावधान
कोविड-19 महामारी में लॉक डाउन के दौरान नीतिगत निर्णय सरकार ने पीएम सब निधि योजना को लागू किया था. जिसके तहत दस हजार रुपये के कार्यशील पूंजी देने का प्रावधान किया गया था. जिसमें नगर निकाय बैंक की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है. अब इस योजना का विस्तार वेंडर्स के लिए अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ के लिए दिया जा रहा है.