पटना: कोरोनाकाल के बीच अब बिहार में बाढ़ आने का समय भी आने लगा है. पहले की तबाही की तस्वीरों को देखते हुए लोग अभी से ही सशंकित हैं. हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने दावा किया है कि इस बार स्थिति वैसी नहीं होगी, क्योंकि हर परिस्थिति से निपटने के लिए हम तैयार हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. 2 दिन पहले भी उन्होंने बाढ़ को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की थी.
सरकारी ओर से की गई तैयारियों के बारे में बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि बिहार हमेशा से प्राकृतिक आपदाओं से जूझता आया है. हर साल बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित होते हैं. बाढ़ की मॉनिटरिंग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद एक्टिव दिख रहे हैं.
मुस्तैद है आपदा प्रबंधन विभाग
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद समीक्षा बैठक के दौरान बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारी और जिलाधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर चर्चा की है. बाढ़ से पहले आपदा विभाग ने भी अपनी कमर कस रखी है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी भेजी गई है.
ये है बाढ़ से निपटने की तैयारी
लक्ष्मेश्वर राय ने यह भी बताया कि राहत और बचाव करने वाली टीमों को मुख्यालय स्तर पर भी तैनात रहने का निर्देश दिया गया है. बाढ़ प्रभावित जिलों के गांव में ऊंचे स्थल को भी चयनित कर लिया गया है. साथ ही उन जिलों में कम्युनिटी किचन की भी व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित की गई है.
कोरोना के खतरे को लेकर भी तैयारी
बिहार सरकार के आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि सरकार ने इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खास इंतजाम किए हैं. 60 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों, महिला और बच्चों के लिए सोशल डिस्टेंस के तहत अलग व्यवस्था की जाएगी. साथ ही हर कैंपों में मास्क और सैनिटाइजर की भी उपलब्धता रहेगी.
23 जिलों में काम जारी
लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि पिछले साल वैसे जिले भी बाढ़ से प्रभावित हुए थे, जो सुखाड़ की मार झेल रहे थे. इसे ध्यान में रखते हुए इस बार बिहार के 22 से 23 ऐसे जिलों में तैयारी की गई है. मधुबनी, सीतामढ़ी, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, खगड़िया, सहरसा और भागलपुर में अस्थाई रूप से एसडीआरएफ की टीम तैनात रहती है.