पटना: प्राथमिक शिक्षा के निदेशक ने अपने निदेशालय की विशिष्ट उपलब्धि के बाद एक और खुलासा किया है. डॉ. रणजीत सिंह कहा है कि इस बार प्राथमिक शिक्षकों के छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया में इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि एक भी शिक्षक फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल नहीं हो. इसको लेकर विभाग सजग है.
डॉ. रणजीत सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया विभाग पूरी करने जा रहा है. इसमें इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि शिक्षक अभ्यर्थियों को कोई परेशानी न हो. परेशानियों को दूर करने के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. अगर जरूरत हुआ, तो कैंप लगाकर बहाली कराई जाएंगी. लेकिन इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि नियोजन पत्र देने से पहले सभी अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की पूरी जांच हो.
'फर्जी शिक्षक की नहीं होगी बहाली'
प्राथमिक शिक्षा के निदेशक ने ये दावा किया कि उन्हें पूरी जानकारी मिली है कि कई अभ्यर्थियों ने फर्जी सर्टिफिकेट जमा किए हैं. अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों ने बिहार का डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाकर नियोजन के लिए आवेदन दिया है. हर प्रक्रिया पर हमारी पूरी नजर है. इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि शिक्षक नियोजन में पूरी पारदर्शिता रहे. एक भी फर्जी शिक्षक बहाल नहीं हो. जो लोग डिजर्व करते हैं, उन्हें ही नौकरी मिले.
'हाई कोर्ट के आदेश का इंतजार'
डॉ. सिंह ने कहा कि इस मामले में पटना हाई कोर्ट के आदेश का इंतजार हो रहा है. हाई कोर्ट के आदेश के आलोक में हम लोग नियोजन करेंगे. लेकिन नियोजन में पूरी पारदर्शिता रहे. इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर चुनाव के वजह से नियोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो हम ये तय करेंगे कि मेधा सूची का काम पूरा हो जाए. चुनाव के बाद नियोजन पत्र बाटें जाएंगे, जिससे इस बीच अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की जांच का मौका मिल जाएगा.