पटना: कानपुर शूटआउट में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात विकास दुबे को पकड़ने की कोशिश जारी है. विकास दुबे के बिहार में छिपे होने की सूचना पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बड़ा बयान दिया है. डीजीपी ने कहा, 'अगर विकास दुबे बिहार में घुसा, तो सुरक्षित नहीं बचेगा.
गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने विकास दुबे पर घोषित इनाम को ढाई गुना बढ़ा दिया है. उसके बारे में खबर देने वाले को ढाई लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. वहीं, उसकी खोज नेपाल के साथ-साथ बिहार के बॉर्डर इलाकों में की जा रही है. इस बाबत, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा, 'बिहार और यूपी पुलिस अलग-अलग हैं क्या? पूरे देश की पुलिस एक है. कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे बिहार में घुस आएगा और यहां से सुरक्षित निकल जाएगा? यह कैसे हो सकता है?
कहां है विकास दुबे?
2-3 जुलाई की रात उत्तर प्रदेश के कानपुर में घात लगाकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद गैंगस्टर विकास दुबे फरार हो निकला है. उसे फरार हुए 4 दिन हो गए हैं. लेकिन पुलिस के पास अभी भी उसके ठिकाने को लेकर कोई अहम सुराग नहीं है. यूपी पुलिस ने उन्नाव टॉल प्लाजा पर उसके पोस्टर भी लगाए हैं. उत्तराखंड में उसकी तलाश में टीम छापेमारी कर रही है. साथ ही पुलिस आने जाने वाले लोगों को पोस्टर दिखाकर पूछताछ भी कर रही है. वहीं, जानकारी मुताबिक वो दिल्ली एनसीआर में छिपा है. खबर ये भी है कि विकास दुबे दिल्ली की किसी कोर्ट में सरेंडर करने वाला है.
क्या हुआ था उस रात?
उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर में गुरुवार देर रात क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा की अगुवाई में एक पुलिस टीम बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ़्तार करने पहुंची. पुलिस उसके घर में दबिश देने वाली थी. वहीं, इसकी सूचना विकास दुबे के पास पुलिस के पहुंचने से पहले ही हो गई. जिसके बाद घात लगाकर बैठे विकास दुबे और उसके साथियों ने आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी.