पटनाः बिहार में मॉनसून ( Monsoon in Bihar ) सक्रिय हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव ( Water logging ) की समस्या हो रही है. वहीं नगर निगम ( Patna Municipal Corporation ) भी अपने स्तर से तैयारियों में जुटा है. साल 2019 में जलमग्न पटना से सीख लेते हुए जहां नालों की सफाई व्यवस्था पहले ही दुरुस्त कर लिया गया है, वहीं बुडको संचालित संप हाउस भी पानी निकालने के लिए तैयार है. गुरुवार को डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ( Dy. CM Tarkishore prasad ) ने तैयारियों का जायजा लिया.
इसे भी पढ़ेंः बिहार सरकार के दावों की खुली पोल, बारिश होते ही अस्पताल हुए 'पानी-पानी'
त्रुटियों को जल्द दुरुस्त करें-डिप्टी सीएम
नालों और संप हाउस के निरीक्षण के क्रम में डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद पहाड़ी इलाका पहुंचे. उनके साथ विधायक और पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, बीजेपी विधायक अरुण सिन्हा, विधायक संजीव चौरसिया के साथ पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू, नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के अलावा बुडको के एमडी रमन कुमार भी मौजूद रहे. डिप्टी सीएम ने अधिकारियों से मशवरा लेने के बाद त्रुटियों को जल्द दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
"नगर निगम के कार्यों पर हमें पूरा भरोसा है. निगम प्रशासन ने ठीक तरह से नालों की सफाई करवाई है. निगम के प्रयासों से उम्मीद है कि राजधानी में जलजमाव की समस्या नहीं होगी. अगर कहीं जलजमाव होगी भी तो 3-4 घंटे में पानी की निकासी कर दी जाएगी. बाकी समस्याओं से निजात दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं."- तारकिशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम, बिहार
इसे भी पढ़ेंः पटना : जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं लोग, सालों से नहीं बदले हालात
2019 में जलमग्न हो गया था पटना
साल 2019 में जलमग्न हुए पटना की यादें शायद ही कोई भूल पाया होगा. पटना नगर निगम के लिए यह उपलब्धियों से ज्यादा बदनामियों का साल रहा. पटना नगर निगम के इतिहास में पहली बार 3 दिनों की बारिश ने पूरे शहर को डुबो कर रख दिया था. इस जलजमाव ने सिर्फ गरीबों और आम लोगों को ही नहीं, बल्कि सरकार में बैठे बड़े-बड़े रहनुमाओं को भी नहीं बक्शा था. स्थिति ये थी कि क्या आम, क्या खास सभी भगवान को याद कर रहे थे. हफ्तों तक लोग खाने-खाने को मोहताज रहे.
इसे भी पढ़ेंः जलजमाव ने खोली दी थी पटना नगर निगम की पोल, 2019 में हर मोर्चे पर फेल रहा
मौर्य और अशोक की धरती पाटलिपुत्रा का ये हाल देखकर पूरा देश हैरान था. इसके बाद कई परियोजनाएं लाए गए. बजट में भी 2019-18 की तुलना में 2019-20 में अधिक राशि का प्रावधान किया गया. ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए भी कई अहम फैसले लिए गए हैं. बड़े शहरों की तरह अब नालों की सफाई भी रोबोट के जरिए की जाने का फैसला लिया गया है.