पटना: राजधानी पटना में डेंगू के मामले (Dengue In Patna) कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं. बीते शनिवार को एक बार फिर से डेंगू के नए मामलों की संख्या ने 100 के आंकड़े को पार किया है और पटना जिले में कुल 146 नए मामले सामने आए हैं. अब तक पटना में 1844 डेंगू के मामले मिले हैं. हालांकि यह सरकारी आंकड़ा है और वास्तविक आंकड़े के मुताबिक इसकी संख्या 2 से 3 गुना की बढ़ोतरी हो सकती है. क्योंकि प्राइवेट पैथोलॉजी के डेंगू का रिपोर्ट सरकार के पास नहीं मिल पा रही है.
पढ़ें-पटना के आयुर्वेद कॉलेज अस्पताल में शुरू हुई किट के माध्यम से डेंगू की जांच प्रक्रिया
पटना में मिला डेंगू के मरीज: राजधानी में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ ही पटना नगर निगम ने डिसइनफेक्टेंट का छिड़काव किया है. पटना नगर निगम को स्वास्थ्य विभाग से निर्देश मिला कि अब निगम क्षेत्र में विशेष फॉगिंग अभियान चलाया जा रहा है और सभी वार्डों में तीन बार फॉगिंग किया जा रहा है. जहां डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है, उस जगह को चिन्हित कर निगम ने एंटी लार्वा का छिड़काव करवाने का काम कर रही है. निगम के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि प्रतिदिन दो शिफ्ट में गाड़ियां निकल रही है और प्रत्येक वार्ड में घूम रही है. प्रत्येक वार्ड में डिसइनफेक्टेंट का छिड़काव हो रहा है.
छिड़काव का निरीक्षण जारी: कार्यपालक पदाधिकारियों द्वारा इस विशेष छिड़काव का निरीक्षण भी किया जा रहा है. पटना के बोरिंग रोड, अशोक राजपथ, राजीव नगर, कंकड़बाग, गायघाट, पाटलिपुत्र, महेंद्रु, शास्त्री नगर, गर्दनीबाग जैसे इलाकों में डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है. इन इलाकों में जो संकरी गलियां है, वहां हैंड मशीन के द्वारा एंटी लार्वा फागिंग कराया जा रहा है. निगम के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पटना के सभी 6 अंचलों में दोनों शिफ्ट मिलाकर एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए 162 गाड़ियां निकल रही है.
डेंगू का संक्रमण फैल रहा: पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस बार डेंगू के स्ट्रेन डेन-1 और डेन-2 के कारण डेंगू का संक्रमण अधिक फैल रहा है. इसके बावजूद भी अधिक चिंता की बात नहीं है. अस्पताल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या बेशक बढ़ रही है. हालांकि जल्द ही मरीज ठीक हो कर घर वापस लौट रहे हैं. यहां 40 से 50 हजार के बीच न्यूनतम लोगों का प्लेटलेट्स गिर रहा है. और यदि किसी मरीज का 20,000 से नीचे प्लेटलेट्स आता है. तब चिंता का विषय है और ऐसी कंडीशन में उसे अस्पताल में एडमिट करने की आवश्यकता है.
"अगर 24 घंटे से अधिक समय तक बुखार बना रहता है, तब लोगों को चिकित्सीय संपर्क तुरंत लेना चाहिए, सभी लोगों को डेंगू के लक्षण के प्रति सचेत रहना चाहिए और इस प्रकार की कुछ लक्षण महसूस होते ही जांच करवाना चाहिए. इसके अलावा घरों में कूलर और फ्रिज के पानी को साफ करके रखें ताकि पानी जमा न हो सके"- डॉ मनोज सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
उन्होंने कहा कि डेंगू के मरीज पटना में लगभग हर घर में है. ऐसे में जो भी डेंगू के मरीज हैं. उनके लिए जरूरी है कि वह अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें. इसके लिए अधिक से अधिक पानी पिए और भरपेट भोजन करें. डेंगू के मच्छरों से बचने के लिए घर के आस-पास कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें और डेंगू का मच्छर सुबह और शाम के समय अधिक एक्टिव रहता है. ऐसे में फुल स्लीव का कपड़ा पहने. मच्छर से बचने के लिए मॉस्किटो क्वायल और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. सितंबर-अक्टूबर के महीने में डेंगू के मामले बढ़ते हैं. ऐसे में इन महीनों में थोड़ी सावधानी अधिक बरतने की आवश्यकता है.
पढ़ें-पटना में डेंगू के मरीजों की बढ़ती जा रही है संख्या, बीते 3 दिनों में मिले 50 से अधिक संक्रमित