नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने हैं. बिहार महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, रालोसपा, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी और शरद यादव की लोकतांत्रिक जनता दल है. महागठबंधन में सीएम कैंडिडेट को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है. तेजस्वी यादव को महागठबंधन के अन्य दल दल सीएम कैंडिडेट मानने को तैयार नहीं हैं. वहीं कोर्डिनेशन कमेटी बनाए जाने की मांग की जा रही है.
बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बिहार महागठबंधन की एक अहम बैठक हुई. जिसमें रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी और आरजेडी सांसद मनोज झा, बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, लोजद से अर्जुन राय मौजूद रहे. सूत्रों की मानें, तो महागठबंधन में जिन मुद्दों पर टकराव चल रहा है, उसपर इस बैठक में विस्तार से चर्चा हुई है.
'सीट शेयरिंग पर हो फैसला'
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में रालोसपा, हम, वीआईपी, एलजेडी की तरफ से मांग की गई है कि एक कोऑर्डिनेशन कमेटी जल्द से जल्द बने, जिससे सर्वसम्मति से सीएम कैंडिडेट और सीट शेयरिंग पर फैसला हो सके. सूत्रों के अनुसार आरजेडी की तरफ से इस बैठक में कहा गया है कि राजद सबसे बड़ा दल है और हम लोग निर्णय ले चुके हैं कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट होंगे. लेकिन सहयोगी दलों की बात सुनना भी हमारा फर्ज है.
आरजेडी ने मांगा 4 दिन का समय!
सूत्रों के अनुसार आरजेडी की ओर से कहा गया है कि 4 दिन का समय चाहिए, ताकि राजद अपने पार्टी नेताओं से बातचीत कर लें कि कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की जरूरत है या नहीं. सूत्रों के अनुसार आज की बैठक में आरजेडी ने साफ कर दिया कि वह 135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. वहीं, जीतन राम मांझी ने 50, उपेंद्र कुशवाहा ने 45 सीटों पर दावा ठोका है.
- खबर ऐसी भी है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दो दिन के अंदर दिल्ली जा सकते हैं. वो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. बता देंगे महागठबंधन में कोई टूट न हो और सब कुछ जल्द ठीक हो जाए, इसकी कवायद शुरू हो चुकी है.